इस देश में क्यों मची तबाही? ना कोई हमला, ना बीमारी... फिर भी मारे गए 5000 लोग; जानिए पूरा मामला

    संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) द्वारा जारी एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2024 से अब तक हैती में लगभग 5000 लोग हिंसा का शिकार हो चुके हैं.

    devastation in country 5000 people died
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (OHCHR) द्वारा जारी एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2024 से अब तक हैती में लगभग 5000 लोग हिंसा का शिकार हो चुके हैं, जबकि लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं. यह बढ़ती हिंसा, विशेष रूप से राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस और इसके आस-पास के इलाकों में, हैती के गंभीर मानवीय संकट को और गहरा कर रही है. इस रिपोर्ट ने यह भी संकेत दिया है कि यह हिंसा हैती को एक अस्थिर स्थिति की ओर धकेल रही है, जिससे एक गरीब देश पहले से ही और ज्यादा संकट में घिर गया है.

    हिंसा में उफान और सरकार की सीमित उपस्थिति

    OHCHR की रिपोर्ट में कहा गया है कि "हिंसा में हाल के महीनों में तेज़ी से वृद्धि हुई है", और इसके परिणामस्वरूप हजारों नागरिकों की जान चली गई. हैती में संयुक्त राष्ट्र की रेजिडेंट और मानवीय समन्वयक उलरिका रिचर्डसन ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "हिंसा केवल राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के उन हिस्सों में भी बढ़ रही है जहां सरकार की उपस्थिति बहुत कम है." रिचर्डसन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि "अधिकारियों के प्रति समर्थन को और मजबूत किया जाना चाहिए."

    हिंसक गिरोहों का बढ़ता प्रभाव

    रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि हैती में गिरोहों का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थानीय सुरक्षा बलों पर दबाव बढ़ रहा है. हिंसा के कारण, अंतर्राष्ट्रीय सहायता संगठनों को अपने अभियानों को कम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. हैती में मानवाधिकारों का उल्लंघन और सामूहिक हिंसा के बीच सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिनमें से 1,000 से ज्यादा मौतें केवल पोर्ट-ऑ-प्रिंस और उसके आसपास के क्षेत्रों में हुई हैं.

    देश के दूरदराज़ इलाकों में भी हिंसा का असर हुआ है, हालांकि वहां की जनसंख्या कम होने के कारण मौतों के आंकड़े कम हैं. इसके बावजूद, असुरक्षा का माहौल उन क्षेत्रों में भी है, जहां लोगों को अपनी ज़िंदगियों की सुरक्षा के लिए पलायन करना पड़ा है.

    स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट और देश का बुरा हाल

    हिंसा के कारण हैती में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी गंभीर असर पड़ा है. प्रमुख अस्पतालों, जैसे मिरेबलैस विश्वविद्यालय अस्पताल, को बंद कर दिया गया है, जिससे देश का नाजुक स्वास्थ्य क्षेत्र और अधिक बिगड़ चुका है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, पोर्ट-ऑ-प्रिंस में 25% से भी कम स्वास्थ्य सुविधाएं कार्यरत हैं. यह स्थिति न केवल हैती की जनता के लिए बल्कि पूरे कैरेबियाई क्षेत्र के लिए एक बड़ा खतरा बन चुकी है, क्योंकि बढ़ती हिंसा और असुरक्षा के कारण अन्य देशों में भी अस्थिरता फैलने की आशंका है.

    आगे की दिशा और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका

    संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि अगर हैती में हिंसा का यह सिलसिला नहीं रुकता है, तो यह न केवल देश को बल्कि पूरे कैरेबियाई क्षेत्र को भी अस्थिर कर सकता है. रिचर्डसन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस संकट को गंभीरता से लेना चाहिए और हैती सरकार को समर्थन देना चाहिए ताकि देश में सुरक्षा और स्थिरता बहाल की जा सके.

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