नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े एक और आरोपी करनबीर उर्फ करन को गिरफ्तार कर आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है. यह गिरफ्तारी 26 जुलाई 2025 को पंजाब के गुरदासपुर जिले से की गई, और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ाने वाले एक बड़े नेटवर्क का पता चला है.
करनबीर की गिरफ्तारी और आतंकी साजिश
करनबीर, जो अमृतसर के चनांके का निवासी है, की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को यह जानकारी मिली कि वह 2025 में पंजाब के बटाला जिले के किला लाल सिंह थाने पर हुए ग्रेनेड हमले में भी शामिल था. इस हमले की जांच फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है. करनबीर की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हुआ है कि वह BKI के एक सक्रिय सदस्य के रूप में काम कर रहा था और सोशल मीडिया के माध्यम से विदेश स्थित आतंकी हैंडलर के संपर्क में था.
आकाशदीप की गिरफ्तारी से मिली अहम जानकारी
इससे पहले, 22 जुलाई को अमृतसर के आकाशदीप उर्फ बाज को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया था. आकाशदीप भी इस ग्रेनेड हमले में शामिल था और सोशल मीडिया पर हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकियों में शामिल था. आकाशदीप से मिली जानकारी के आधार पर करनबीर को गिरफ्तार किया गया, जो इस हमले में एक अहम कड़ी था. आकाशदीप की गिरफ्तारी से यह भी सामने आया था कि हमले के लिए विदेशी आतंकियों से पैसे मिले थे.
BKI नेटवर्क और ऑपरेशनल स्ट्रेटेजी के अहम खुलासे
करनबीर की गिरफ्तारी ने BKI के नेटवर्क और उसकी ऑपरेशनल रणनीतियों के बारे में कई अहम जानकारियां उजागर की हैं. पुलिस के मुताबिक, करनबीर ने हमले से पहले दो संदिग्ध हमलावरों को अपने घर पर ठहराया था, जो बाद में किला लाल सिंह थाने पर हमला करने गए. इसके साथ ही, करनबीर के भाई गुरसेवक को भी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जो इस मामले में शामिल था.
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