जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष सैलानियों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था. इस हमले में जिन मासूमों की जान गई, उसका बदला लेने की तैयारी उसी दिन से शुरू हो चुकी थी. और अब, दो हफ्ते की सटीक योजना के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने एक ऐसा जवाब दिया, जिसकी गूंज सरहद पार भी सुनाई दी — नाम था ऑपरेशन सिंदूर.
आधी रात को गरजे राफेल, 90 आतंकी किए ढेर
इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए भारत ने अपने अत्याधुनिक राफेल लड़ाकू विमानों और लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया. पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया. सेना के सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई सक्रिय आतंकियों समेत कम से कम 90 दहशतगर्द मारे गए.
चीन ने भी भोंका खंजर
ऑपरेशन के तुरंत बाद चीन की ओर से एक बयान आया जिसमें दोनों देशों से “शांति और संयम” बरतने की अपील की गई. हालांकि चीन ने यह भी कहा कि वह हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ है. भारत के कूटनीतिक हलकों में इसे एक कूटनीतिक बैलेंस एक्ट के तौर पर देखा जा रहा है — यानी ना खुला समर्थन, ना खुला विरोध. हालांकि, पाकिस्तान के लिए ये बयान किसी खंजर से कम नहीं है. भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं होगा, और कार्रवाई पूरी तरह आत्मरक्षा और सुरक्षा की भावना से प्रेरित थी.
पाकिस्तान की बौखलाहट
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत की मिसाइलों से 8 नागरिक मारे गए और 35 घायल हुए हैं. साथ ही तीन भारतीय फाइटर जेट्स गिराने की बात भी कही गई — जिसे भारत ने तुरंत "झूठा और गुमराह करने वाला प्रोपेगेंडा" करार दिया.
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