चीन की VT-4 टैंक टांय-टांय फिस्स, पाकिस्तानियों ने पकड़ा माथा; जिनपिंग के भी छूट गए पसीने!

नाइजीरिया की सेना को लगा था कि चीनी टैंक वीटी-4 से वे बोको हरम जैसे आतंकी संगठन को खत्म कर देंगे. लेकिन ये टैंक आतंकियों के सामने बेकार साबित हुए.

boko haram destroyed China VT4 tank Pakistani
प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

नाइजीरिया की सेना को लगा था कि चीनी टैंक वीटी-4 से वे बोको हरम जैसे आतंकी संगठन को खत्म कर देंगे, लेकिन ये टैंक आतंकियों के सामने बेकार साबित हुए. चीन इसे "एडवांस्ड बैटल टैंक" कहता था, लेकिन नाइजीरिया में यह नाकाम रहा. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोको हरम से जुड़े एक आतंकी संगठन ने इस टैंक को नष्ट कर दिया. इन टैंकों के इंजन और ज्यादातर पार्ट्स ठीक से काम नहीं करते, जिससे इनकी क्वालिटी पर सवाल उठ रहे हैं. इस टैंक को चीनी कंपनी नोरिन्को ने बनाया है, और पाकिस्तान ने भी इन्हें खरीदने का ऑर्डर दिया था.

आतंकी संगठन ने इस टैंक को तबाह कर दिया

हाल ही में नाइजीरिया में बोको हरम से जुड़े एक स्थानीय आतंकी संगठन ने इस टैंक को तबाह कर दिया, जो नाइजीरिया की सेना के लिए बड़ा झटका है. नाइजीरिया ने 152 मिलियन डॉलर में चीन से 35 VT-4 टैंक खरीदे थे. पहली खेप अप्रैल 2020 में मिली थी. ये टैंक देश के पूर्वोत्तर इलाके में आतंकवाद से लड़ने के लिए लिए गए थे, जहां बख्तरबंद गाड़ियां बहुत जरूरी हैं.

नाइजीरिया के डिफेंस न्यूजपेपर की रिपोर्ट के अनुसार, एक सैन्य अभ्यास में VT-4 टैंक अपनी मुख्य बंदूक से गोली चलाने में फेल हो गया. इसमें कई बड़ी खामियां पाई गईं, जिससे यह युद्ध में कभी भी धोखा दे सकता है. नाइजीरियाई मीडिया का कहना है कि इन टैंकों के पार्ट्स बार-बार खराब हो जाते हैं, जिससे कई टैंक बेकार हो चुके हैं. चीनी कंपनी भी इनकी मरम्मत में नाकाम रही है, जिससे ऑर्डर रद्द होने की बात हो रही है.

पाकिस्तान भी इन टैंकों से परेशान

पाकिस्तान भी इन टैंकों से परेशान है. उसने 468 VT-4 टैंकों का ऑर्डर दिया था, लेकिन 2025 में खराब प्रदर्शन की वजह से इसे घटाकर 258 कर दिया. माना जाता है कि चीन के दबाव में पाकिस्तान ने ये टैंक खरीदे. ऐसा ही JF-17 फाइटर जेट के साथ भी हुआ, जिसमें कई कमियां हैं. पाकिस्तानी वायुसेना के अधिकारी इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन चीन के दबाव में उन्हें चुप रहना पड़ा.
नाइजीरिया में चीनी टैंकों की असलियत सामने आ गई है. चीन इनकी मरम्मत और क्वालिटी सुधारने में फेल रहा. यह एक सबक है कि चीनी हथियार युद्ध में कैसे नाकाम हो सकते हैं. पाकिस्तान के ऑर्डर में कटौती ने भी इसकी पोल खोल दी. नतीजा यह है कि नाइजीरिया की सेना आतंकी इलाकों में कमजोर पड़ गई. वहीं, पाकिस्तान भारत के अर्जुन और टी-90एस टैंकों का मुकाबला करना चाहता था, लेकिन अब उसे बड़ी नाकामी हाथ लगी है.

ये भी पढ़ेंः भारत की तोप अब यूरोप में दहाड़ेगी, ट्रंप के खिलाफ मचेगा भौकाल? कई विनाशक हथियारों का मिला ऑर्डर