आयरलैंड के टुअम में अब एक दर्दनाक सच को जमीन से निकालने की कोशिश की जा रही है—796 मासूम बच्चों की कब्रें जो कहीं दबी हुई थीं. 1925 से 1961 तक बॉन सेक्योर नन समितियों द्वारा संचालित इस मदर एंड बेबी होम में गर्भवती अविवाहित महिलाओं को बंदी बनाकर रखा गया; अधिकांश बच्चे जन्म के बाद उनसे अलग कर लिए गए.
रहस्य की शुरुआत
इतिहासकार कैथरीन कॉर्लेस ने दस्तावेजों और मृत्युदरों के प्रमाणों के आधार पर पाया कि 798 बच्चे यहां मर गए, लेकिन केवल दो ही कब्रिस्तान में पाए गए. शेष 796 की कोई भी कब्र रिकॉर्ड नहीं थी. स्थानीय लोगों की मानें तो ये बच्चे एक पुराने सेप्टिक टैंक—जिसे ‘पिट’ कहा जाता है—में फेंके गए थे.
एक मां की विलापवाणी
एननेट मैकके की कहानी दिल दहला देने वाली है. उनकी बेटी मैरी मार्गरेट वहीं पैदा हुई और छह महीनों में ही उसकी मृत्यु हो गई. उसकी मां को मौत की खबर एक नन ने बेरहमी से दी—सीधे कह दिया, “आपके पाप का बच्चा मर चुका है.” आज एननेट यह चाहती है कि उस छोटे से अवशेष को भी इज़्ज़त मिले.
अब शुरू हुआ सच का सामना
14 जुलाई से टुअम की यादगार जगह पर फोरेंसिक खुदाई शुरू हो गई है—लेकिन यह काम आसान नहीं है. उस क्षेत्र में भुखमरी की त्रासदी से जुड़ी अभी भी हजारों कब्रें हो सकती हैं, इसलिए खुदाई प्रक्रिया में दो साल तक लग सकते हैं.
प्रत्येक अवशेष के DNA से पहचान की जाएगी और फिर सम्मान पूर्वक पुर्नदफ़न किया जाएगा. आज यहां आधुनिक आवासों के बीच अघोषित कब्रों का सिहरन अब चेहरे पर उजागर हो रहा है.
अकेला टुअम नहीं, पूरा राष्ट्र कर रहा सामना
टुअम सिर्फ एक स्थान नहीं, आइलैंड की सांप्रदायिक अभियुक्ति का हिस्सा था. मैग्डलीन लॉन्ड्रिज़ और अन्य धर्म-संचालित संस्थानों में हजारों कमजोर जीवन कुचले गए. 2021 में लगभग 9,000 बच्चों के मरने का खुलासा हुआ. राज्य की ओर से माफी दी गई, लेकिन धार्मिक आदेश आज भी जिम्मेदारी से बचते हैं.
क्यों यह खुदाई ज़रूरी है?
यह सिर्फ मिट्टी खोदना नहीं, बल्कि सैंकड़ों पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए न्याय की एक अनसुनी अपील है. टुअम की खुदाई खुली संवाद, सत्य की पहचान, और खोई मासूमियत को सम्मान दिलाने का एक अंतिम प्रयास है.
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