Nano Banana Trend: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर गूगल के जेमिनी का "नैनो बनाना" मॉडल छाया हुआ है. यह ट्रेंड तब सुर्खियों में आया जब लोगों ने इस मॉडल का इस्तेमाल कर रेट्रो 80s स्टाइल की साड़ियों में आकर्षक तस्वीरें और 3D फिगरिन्स बनाना शुरू किया. लेकिन इस चमक-दमक के बीच एक गंभीर खतरे की घंटी भी बजी है. साइबर सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी को लेकर विशेषज्ञों और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यह मजेदार दिखने वाला ट्रेंड आपकी निजी जानकारी को खतरे में डाल सकता है.
नैनो बनाना ट्रेंड की चमक
सोशल मीडिया पर "नैनो बनाना" ट्रेंड ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. यूजर्स इस मॉडल का उपयोग कर रेट्रो-थीम वाली तस्वीरें बना रहे हैं, खासकर 80s की साड़ियों और वस्त्रों में स्टाइलिश अवतार. ये तस्वीरें न केवल मनोरंजक हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल होने का एक नया जरिया बन गई हैं. लेकिन इस रचनात्मकता के पीछे एक खतरा भी छिपा है, जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है.
IPS अधिकारी की सख्त चेतावनी
आईपीएस अधिकारी वी.सी. सज्जनार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोगों को इस ट्रेंड के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि बिना सोचे-समझे इस तरह के वायरल ट्रेंड्स में शामिल होना खतरनाक हो सकता है. सज्जनार ने लिखा, "नैनो बनाना जैसे ट्रेंड्स के चक्कर में अपनी निजी जानकारी साझा करना आपको महंगा पड़ सकता है. एक गलत क्लिक और आपका बैंक खाता खाली हो सकता है." उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी तस्वीरें या संवेदनशील जानकारी किसी भी अनजान वेबसाइट या ऐप पर अपलोड करने से बचें.
डेटा साझा करने के खतरे
"नैनो बनाना" ट्रेंड में यूजर्स को अपनी तस्वीरें और व्यक्तिगत जानकारी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. यह डेटा न केवल साइबर अपराधियों के लिए आसान शिकार बन सकता है, बल्कि टेक कंपनियां भी इसका इस्तेमाल अपने AI मॉडल्स को प्रशिक्षित करने में कर सकती हैं. उदाहरण के लिए, गूगल की जेमिनी पॉलिसी के अनुसार, यूजर्स की बातचीत डिफॉल्ट रूप से AI ट्रेनिंग के लिए उपयोग की जाती है. हालांकि यूजर्स इसे बंद कर सकते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया जटिल और समय लेने वाली हो सकती है. इसी तरह, Anthropic ने भी हाल ही में घोषणा की कि यूजर्स का डेटा तब तक AI ट्रेनिंग में इस्तेमाल होगा, जब तक वे स्पष्ट रूप से इसे बंद न करें.
साइबर सुरक्षा को बनाएं प्राथमिकता
सज्जनार ने सलाह दी कि सोशल मीडिया पर अपनी खुशियों को साझा करना बुरा नहीं है, लेकिन अपनी सुरक्षा को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए. उन्होंने कहा, "किसी भी ट्रेंड में शामिल होने से पहले दो बार सोचें. एक बार आपका डेटा गलत हाथों में चला गया, तो उसे वापस पाना मुश्किल ही नहीं, असंभव हो सकता है." साइबर अपराधी इस तरह के ट्रेंड्स का फायदा उठाकर फिशिंग, डेटा चोरी और अन्य धोखाधड़ी कर सकते हैं.
सुरक्षित रहने के लिए क्या करें?
विश्वसनीयता की जांच करें: किसी भी ऐप या वेबसाइट पर डेटा अपलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांचें.
निजी जानकारी सीमित रखें: अपनी तस्वीरें या संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें.
सेटिंग्स को समझें: AI टूल्स की डेटा सेटिंग्स को जांचें और ट्रेनिंग डेटा के लिए उपयोग बंद करें.
सतर्क रहें: अगर कोई ट्रेंड या ऑफर "बहुत अच्छा" लगता है, तो उसमें छिपे जोखिमों पर विचार करें.
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