योगी सरकार के डिजिटल मॉडल का विदेशों में बजा डंका, अफ्रीकी देश बोले - ऐसा सिस्टम हमने कहीं नहीं देखा

    पश्चिमी अफ्रीका के देश बेनीन का उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल हाल ही में यूपी के जन्म और मृत्यु पंजीकरण प्रणाली को नजदीक से समझने के लिए लखनऊ पहुंचा. इस दौरे में, बेनीन के प्रतिनिधियों ने यूपी के डिजिटल सुधारों और प्रशासनिक नवाचारों की जमकर सराहना की और इसे अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बताया.

    Benin delegation along with UNICEF praised UP CRVS model for governance reforms
    Image Source: ANI/ File

    UP CRVS Model: उत्तर प्रदेश ने प्रशासनिक सुधारों के नए अध्याय की शुरुआत की है, और अब यह सुधार वैश्विक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन चुके हैं. पश्चिमी अफ्रीका के देश बेनीन का उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल हाल ही में यूपी के जन्म और मृत्यु पंजीकरण प्रणाली को नजदीक से समझने के लिए लखनऊ पहुंचा. इस दौरे में, बेनीन के प्रतिनिधियों ने यूपी के डिजिटल सुधारों और प्रशासनिक नवाचारों की जमकर सराहना की और इसे अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बताया. यह दौरा यूनिसेफ इंडिया के सहयोग से हुआ, और बेनीन सरकार के लिए एक विशेष मार्गदर्शन साबित हुआ.

    यूपी के डिजिटलीकरण मॉडल की तारीफ

    बेनीन के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में लागू की गई सरकारी नीतियों, डिजिटलीकरण की प्रक्रिया और विभिन्न विभागों के बीच बेहतर तालमेल की तारीफ की. उनका मानना था कि यूपी का सीआरवीएस (Civil Registration and Vital Statistics) मॉडल तकनीक, व्यवहारिक विज्ञान और प्रशासनिक नवाचारों का बेहतरीन संगम है, जिसे अन्य देशों को अपनाना चाहिए. इस मॉडल ने प्रशासन की पारदर्शिता को बढ़ाया है और नागरिकों को मूलभूत सेवाएं प्रदान करने में सहूलियत प्रदान की है.

    सीएम योगी की पहल से पंजीकरण प्रक्रिया में आया बड़ा बदलाव

    बेनीन को यह समझाया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में जन्म-मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया में एक क्रांतिकारी बदलाव आया है. पहले जहां लोगों को जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए कई दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, वहीं अब यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटलीकरण के तहत तेज, पारदर्शी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बन चुकी है. इससे न केवल डेटा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, बल्कि नागरिक सेवाओं तक पहुंच भी सहज हो गई है.

    यूपी का मॉडल बनेगा अन्य देशों के लिए आदर्श

    बेनीन के प्रतिनिधियों ने कहा कि यूपी का पंजीकरण मॉडल उन देशों के लिए प्रेरणा है, जहां अभी भी बुनियादी नागरिक पंजीकरण सेवाओं को सुदृढ़ करने की जरूरत है. यूपी ने बड़ी आबादी, ग्रामीण क्षेत्रों की चुनौतियों और सीमित संसाधनों के बावजूद जो सुधार किए हैं, वह अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं. इस मॉडल को अपनाकर बेनीन जैसे देशों को भी अपनी पंजीकरण प्रणाली को बेहतर बनाने की दिशा में प्रेरणा मिल रही है.

    सीआरवीएस रणनीति: यूपी की सफलता की कुंजी

    बेनीन के अधिकारियों को यूपी की सीआरवीएस प्रणाली की सफलता के मुख्य कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया. यह रणनीति मुख्य रूप से तीन अहम पहलुओं पर आधारित है:

    संस्थागत रिपोर्टिंग का विस्तार

    अब जन्म और मृत्यु की घटनाओं को सीधे अस्पतालों, ग्राम पंचायतों, नगर निकायों और अन्य संस्थाओं से सिस्टम में दर्ज किया जाता है, जिससे नागरिकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता और डेटा का संकलन पारदर्शी तरीके से होता है.

    सामाजिक योजनाओं और डिजिटल पोर्टलों से लिंक

    यूपी के सीआरवीएस सिस्टम को राज्य की प्रमुख योजनाओं और डिजिटल पोर्टलों से जोड़ा गया है, जैसे मातृत्व योजनाएं, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा पोर्टल. इससे डेटा स्वचालित रूप से अपडेट होता है और यह अधिक विश्वसनीय बनता है.

    बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण अभियान

    पंजीकरण अधिकारियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फील्ड-स्टाफ और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी आई है और कवरेज में भी वृद्धि हुई है.

    सफलता के साथ दौरा संपन्न, सहयोग की संभावना

    बेनीन का यह दौरा कई महत्वपूर्ण बैठकों और कार्यशालाओं के साथ संपन्न हुआ, जहां दोनों देशों ने संभावित सहयोग और संयुक्त कार्यों पर चर्चा की. बेनीन सरकार का उद्देश्य यूपी के इस मॉडल से सीखकर अपनी देश की पंजीकरण प्रणाली को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाना है. इस दौरे ने यह सिद्ध कर दिया है कि यूपी, न केवल देश में, बल्कि अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक उत्कृष्ट गवर्नेंस मॉडल के रूप में उभरा है. 

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