अपनों से ही 'दगा' कर रहा बांग्लादेश, भारत से भेजे गए अवैध प्रवासियों को नहीं दे रहा एंट्री; जीरो लाइन पर फंसे

    भारत और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से चल रहा अवैध प्रवास का मुद्दा अब एक नई संवेदनशील स्थिति में पहुंच गया है. हाल ही में सीमा पर एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी और भी बढ़ा दी है.

    Bangladesh betraying people illegal migrants
    यूनुस | Photo: ANI

    भारत और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से चल रहा अवैध प्रवास का मुद्दा अब एक नई संवेदनशील स्थिति में पहुंच गया है. हाल ही में सीमा पर एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी और भी बढ़ा दी है. बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल (बीजीबी) और भारत की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बीच ताजा तनातनी का केंद्र बने हैं वे 13 लोग जो फिलहाल भारत-बांग्लादेश की ज़ीरो लाइन पर फंसे हुए हैं.

    बॉर्डर पर फंसे लोग, न यहां के रहे न वहां के

    इन 13 लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जो लालमोनिरघाट के पास ज़ीरो लाइन पर अटके हुए हैं. भारत द्वारा इन्हें अवैध बांग्लादेशी नागरिक मानते हुए देश से बाहर किया गया, लेकिन बीजीबी ने इन्हें अपनी सीमा में घुसने की इजाजत देने से साफ इनकार कर दिया. इस असहमति ने इन लोगों को मानवीय संकट में डाल दिया है.

    भारत कर रहा है अवैध घुसपैठियों को वापस भेजने की कोशिश

    भारत लगातार अवैध अप्रवासियों को चिन्हित कर उन्हें बांग्लादेश वापस भेजने की नीति पर काम कर रहा है. 28 मई को भारत ने 67 लोगों को लौटाया, लेकिन एक दिन बाद जब 13 और लोगों को भेजा गया, तो बांग्लादेशी सुरक्षाबलों ने उन्हें लेने से इनकार कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत अप्रैल तक लगभग 100 अवैध घुसपैठियों को बीजीबी को सौंप चुका है.

    बांग्लादेश ने जताई नाराजगी, सेना ने दी सख्त चेतावनी

    बांग्लादेश की ओर से इस कदम की तीखी आलोचना की जा रही है. बांग्लादेश सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारत की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार देते हुए यहां तक कह दिया कि जरूरत पड़ने पर सेना सीमा पर हस्तक्षेप करने से पीछे नहीं हटेगी.

    अवैध घुसपैठ बना लंबे समय से विवाद का कारण

    दोनों देशों के बीच 4,096 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा है, जिसका एक बड़ा हिस्सा खुला हुआ है. यही वजह है कि बांग्लादेश से अवैध प्रवास एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. भारत सरकार के अनुसार, देश में करीब दो करोड़ अवैध बांग्लादेशी रह रहे हैं. इसी साल फरवरी में भारत ने सीमा पर 3,200 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में बाड़ लगाने का ऐलान किया, जिसका बांग्लादेश ने विरोध किया.

    राजनीतिक समीकरणों ने और बिगाड़ी स्थिति

    अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास और बढ़ गई है. अंतरिम सरकार के नए प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने चीन और पाकिस्तान से करीबी दिखाई है, जिससे भारत-बांग्लादेश के बीच सामरिक और राजनीतिक तनाव और गहरा हो गया है.

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