नई दिल्लीः देश एक बार फिर कोरोना वायरस के खतरे की ओर बढ़ता नजर आ रहा है. इस बार चुनौती नए वैरिएंट की है, जो कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारी एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, और अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. बीते कुछ दिनों में संक्रमितों की संख्या 1200 के पार पहुंच चुकी है, जबकि अब तक 12 मरीजों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
सबसे ज्यादा खतरा केरल में, BHU में भी संक्रमण की पुष्टि
केरल एक बार फिर कोरोना का हॉटस्पॉट बनता दिख रहा है. यहां अब तक 400 से ज्यादा नए मामले सामने आ चुके हैं. वाराणसी स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है. माइक्रोबायोलॉजी विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर और एक कर्मचारी समेत कुल पांच लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. दो संक्रमितों को आइसोलेशन में रखा गया है, और सतर्कता बढ़ा दी गई है.
तेजी से फैल रहा संक्रमण, कई राज्यों में नई लहर की आशंका
केवल केरल ही नहीं, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी संक्रमण के नए केस लगातार सामने आ रहे हैं. हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने भी जनता को सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है. समय रहते कदम उठाने और हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करने से इस स्थिति को काबू में लाया जा सकता है.
अस्पतालों को मिले निर्देश: स्टॉक और व्यवस्था पर नजर
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी दवाइयों और अन्य चिकित्सा संसाधनों का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सभी संस्थानों को मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करने को भी कहा गया है, ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके.
पटना और हरियाणा में भी संक्रमण ने दी दस्तक
पटना में भी एक दिन में 10 नए मामले सामने आए हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गए हैं. हरियाणा में भी हाल ही में 16 नए मामलों की पुष्टि हुई है. राज्य सरकार ने लोगों से मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह: लक्षण नजर आएं तो तुरंत जांच कराएं
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण पुराने वैरिएंट से थोड़े अलग हो सकते हैं. किसी को भी बुखार, खांसी, गले में खराश या थकान महसूस हो रही हो, तो उसे तुरंत जांच करानी चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए.
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