बागेश्वर धाम के पास फिर हादसा, दीवार गिरने से एक महिला की मौत; 11 घायल

    Bagheshwar Dham Tragedy: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में मंगलवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब बागेश्वर धाम के पास स्थित एक ढाबे की दीवार ढह गई. इस दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की अनीता देवी की मौत हो गई.

    Bagheshwar Dham Tragedy 11 people injured 1 died
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    Bagheshwar Dham Tragedy: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में मंगलवार तड़के एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब बागेश्वर धाम के पास स्थित एक ढाबे की दीवार ढह गई. इस दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की अनीता देवी की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. ये सभी श्रद्धालु बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए आए थे और रात भर ढाबे में रुके थे.

    कैसे हुआ ये हादसा?


    हादसा तड़के करीब 3:30 बजे हुआ, जब सभी श्रद्धालु सो रहे थे. अचानक ढाबे की दीवार गिर गई और श्रद्धालु उसके नीचे दब गए. इस भयंकर घटना के बाद पास में मौजूद लोगों ने उनकी चीखें सुनीं और तुरंत राहत कार्य शुरू किया. स्थानीय लोगों की मदद से फंसे हुए श्रद्धालुओं को बाहर निकाला गया और उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया.

    घायल श्रद्धालुओं का इलाज


    हादसे में घायल होने वाले श्रद्धालुओं में मुंशीलाल कश्यप, पूनम देवी कहार, बीना देवी कश्यप, मंजू देवी कुर्मी, अरविंद कुमार पटेल, प्रिया कुमारी खखार, अंशिका कुमारी कहार, कौशल सोनी, गुलाबचंद साहू और धनेश्वरी देवी शामिल हैं. सभी का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. जिनकी हालत गंभीर थी, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया गया. दुर्घटना में अपनी मां खोने वाली दो मासूम बच्चियाx भी जिला अस्पताल में गंभीर स्थिति में पहुंचीं. दोनों बच्चियाx बेहद दुखी और घबराई हुई थीं, और उन्होंने बताया कि उनकी मां अचानक हुए हादसे में दीवार के नीचे दब गईं और उनका पता नहीं चल रहा.

    अस्पताल में लापरवाही की शिकायतें

    हादसे में घायल होने वाले कई लोगों ने जिला अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना था कि हादसे के बाद वे पूरी तरह से गीले थे, फिर भी उन्हें कंबल नहीं दिया गया और वे ठंड से ठिठुर रहे थे. कुछ घायलों ने इलाज की गुणवत्ता को लेकर भी शिकायत की.

    सीएमएचओ की पहल से सुधरी व्यवस्था

    यह स्थिति तब बेहतर हुई जब सीएमएचओ ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया. इसके बाद उन्हें कंबल दिए गए और इलाज की व्यवस्था में सुधार हुआ. इसके साथ ही, सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी भी जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों के इलाज और भर्ती की प्रक्रिया में मदद की. यह हादसा न केवल दर्दनाक था, बल्कि अस्पताल की व्यवस्थाओं में भी खामियां सामने आईं. हालांकि, समय रहते प्रशासन ने स्थिति संभाल ली और घायलों को उचित इलाज मुहैया कराया.

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