अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शुक्रवार को आयोजित शिखर वार्ता का समापन हो चुका है. दोनों नेताओं ने तीन घंटे से अधिक समय तक वार्ता की, लेकिन इसके बावजूद किसी ठोस समझौते पर पहुंचना संभव नहीं हो सका. यह बैठक यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों देशों के बीच वार्ता की दिशा तय करने के उद्देश्य से रखी गई थी.
ट्रंप ने इस वार्ता के लिए अमेरिकी प्रांत अलास्का को चुना और मौके पर अमेरिका ने अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया. पुतिन के स्वागत के दौरान उनके सिर के ऊपर से अमेरिकी B-2 स्पिरिट बॉम्बर और चार F-35 लड़ाकू विमान गुजरे. इस घटना का वीडियो फुटेज भी सामने आया है, जिसमें पुतिन सिर उठाकर आसमान की ओर देख रहे हैं. हालांकि, यह शक्ति प्रदर्शन रूसी राष्ट्रपति को झुकाने में सफल नहीं रहा.
तख्तियां और बैनर लेकर युद्ध समाप्ति की अपील की
बातचीत शुरू होने से पहले ट्रंप और पुतिन एक ही लिमोजिन में बैठकर वार्ता स्थल पर पहुंचे. द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान कोई दुभाषिया नहीं था, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति पर्याप्त अंग्रेजी बोलते हैं. वहीं, वार्ता के दौरान यूक्रेन समर्थक प्रदर्शनकारी संयुक्त बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन के बाहर इकट्ठा हुए और हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर युद्ध समाप्ति की अपील की.
कई मुद्दों पर सहमति बनी है
वार्ता के बाद आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी है और उम्मीद है कि यूक्रेन तथा यूरोपीय देश इसमें बाधा नहीं डालेंगे. दूसरी ओर, ट्रंप ने बैठक को ‘प्रोडक्टिव’ बताया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि किसी तरह का पूर्ण समझौता अभी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई है और जब तक डील नहीं होती, इसे समझौता नहीं मानना चाहिए. ट्रंप ने यह भी कहा कि वह इस प्रक्रिया के बारे में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं को जानकारी देंगे. इस तरह अलास्का शिखर वार्ता ने उम्मीदों के बावजूद कोई निर्णायक परिणाम नहीं दिया, और यूक्रेन युद्ध पर अभी भी अनिश्चितता बरकरार है.
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