Sydney Terror Bondi Beach Attack: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से आई एक भयावह घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. बॉन्डी बीच पर हुई अंधाधुंध गोलीबारी में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है. अधिकारियों ने इस घटना को औपचारिक रूप से आतंकी हमला घोषित किया है और कहा है कि यह वारदात यहूदी समुदाय को उनके पवित्र त्योहार हनुक्का के पहले दिन निशाना बनाकर की गई.
पुलिस के मुताबिक, इस हमले में शामिल दो कथित शूटरों में से एक को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि दूसरा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है. जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या इस हमले में कोई तीसरा व्यक्ति या कोई नेटवर्क शामिल था.
🚨🚨Islamic terror attack in Australia!
— Alex Jones (@RealAlexJones) December 14, 2025
At least 10 people were killed after two terrorists opened fire at Sydney's Bondi Beach
One of the terrorists has been identified as Naveed Akram a Pakistani pic.twitter.com/2Ws4QdB6Fx
पाकिस्तान कनेक्शन की जांच, नवीद अकरम पर शक
इस हमले की जांच के दौरान पाकिस्तान से जुड़ा एंगल भी सामने आया है. एक वरिष्ठ लॉ एनफोर्समेंट अधिकारी के अनुसार, बॉन्डी बीच पर गोलीबारी करने वाले संदिग्धों में से एक की पहचान सिडनी के बॉनीरिग इलाके में रहने वाले 24 वर्षीय नवीद अकरम के रूप में हुई है, जो मूल रूप से पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला बताया जा रहा है.
पुलिस ने रविवार शाम को नवीद अकरम के घर पर छापा मारा. शुरुआती जानकारी के अनुसार, वह सिडनी के अल-मुराद इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहा था. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में उसे पाकिस्तान क्रिकेट टीम की जर्सी पहने देखा जा रहा है, हालांकि अधिकारियों ने इन तस्वीरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
कार से मिले विस्फोटक, जांच का दायरा बढ़ा
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने बताया कि मृत संदिग्ध से जुड़ी एक कार से कई इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किए गए हैं. एक बम निरोधक दस्ता मौके पर कार की जांच कर रहा है. वायरल वीडियो और सोशल मीडिया दावों में कहा जा रहा है कि नवीद अकरम के पास सीधे हथियार नहीं थे, लेकिन वह भागते समय फायरिंग करता रहा. पुलिस इन दावों की भी जांच कर रही है.
पुलिस कमिश्नर ने दी संयम बरतने की अपील
NSW पुलिस कमिश्नर माल लैन्योन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि यह घटना एक आतंकी हमला है. उन्होंने कहा, “मौके से मिले हथियारों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर हम इसे टेररिस्ट अटैक मान रहे हैं.”
सोशल मीडिया पर चल रही अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने लोगों से संयम बरतने की अपील की और कहा कि यह बदले का समय नहीं है, बल्कि पुलिस को अपना काम करने देने का समय है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संदिग्धों में से एक पुलिस की निगरानी सूची में नहीं था और उसके बारे में पहले कोई ठोस खुफिया जानकारी नहीं थी.
हनुक्का की पहली रात बना निशाना
यह हमला स्थानीय समय के अनुसार शाम करीब 6:30 बजे हुआ, जब बॉन्डी बीच पर बड़ी संख्या में लोग हनुक्का की पहली रात मना रहे थे. आठ दिनों तक चलने वाले इस यहूदी त्योहार की शुरुआत ही खून-खराबे में बदल गई.
पुलिस के अनुसार, मृतकों की संख्या 11 तक पहुंच चुकी है, जबकि 29 लोग घायल हैं. घायलों में एक बच्चा और दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर से बेहद नाजुक बताई जा रही है और उनका ऑपरेशन चल रहा है. इस घटना ने एक बार फिर दुनिया भर में धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा और आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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