Ashes Test: गाबा में शतक जड़ते ही जो रूट ने रचा इतिहास, अपने करियर में पहली बार किया ये कारनामा

    Joe Root Century: ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने अपने टेस्ट करियर का 40वां शतक पूरा किया. यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनका ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक भी साबित हुआ.

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    Joe Root Century: ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने अपने टेस्ट करियर का 40वां शतक पूरा किया. यह शतक इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनका ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक भी साबित हुआ.

    इस उपलब्धि के साथ रूट इंग्लैंड के उन चुनिंदा बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने गाबा की ऐतिहासिक पिच पर सेंचुरी लगाई है. इससे पहले यह रिकॉर्ड एंड्रयू स्ट्रॉस, इयान बोथम और अन्य सात इंग्लिश खिलाड़ियों के नाम दर्ज है.

    ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक, 13 साल की प्रतीक्षा

    जो रूट ने साल 2012 में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने सात अलग-अलग देशों में शतक बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उनका सर्वोच्च स्कोर हमेशा 89 रन तक सिमटा रहा. इस लिहाज से इस शतक को उनकी करियर की लंबी प्रतीक्षा की जीत कहा जा सकता है.

    रूट को ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक लगाने के लिए 30 पारियों का इंतजार करना पड़ा. क्रिकेट इतिहास में यह लंबा इंतजार माना जाता है. इससे पहले इयान हीली को 41 पारियों, बॉब सिम्पसन को 36 पारियों, और गॉर्डन ग्रीनिज व स्टीव वॉ को 32 पारियों तक अपने पहले ऑस्ट्रेलियाई शतक का इंतजार करना पड़ा था.

    जो रूट की शानदार बल्लेबाजी का आंकड़ा

    ब्रिसबेन टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. लेख तैयार होने तक इंग्लैंड ने 272 रन बना लिए थे, जिसमें रूट का योगदान निर्णायक रहा. यह शतक रूट का 40वां टेस्ट शतक है. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में रूट अब चौथे स्थान पर हैं. उनके आगे सचिन तेंदुलकर (51), जैक्स कैलिस (45) और रिकी पोंटिंग (41) हैं. रूट की इस सेंचुरी ने इंग्लैंड को शुरुआती स्कोर में मजबूती दी और टीम को मैच में दबदबा बनाए रखने का अवसर भी प्रदान किया.

    रूट की उपलब्धि का महत्व

    ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर शतक लगाना हर विदेशी बल्लेबाज के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है. गाबा की तेज पिच और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की गति ने रूट को कई बार रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने धैर्य और तकनीक के दम पर यह सफलता हासिल की.

    इस शतक ने न केवल रूट को इंग्लैंड के महान बल्लेबाजों की श्रेणी में शामिल किया, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता और दबाव में खेल की कला को भी प्रमाणित किया. एशेज जैसी प्रतिष्ठित सीरीज में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर शतक लगाना उनके करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में गिना जाएगा.

    दूसरे एशेज टेस्ट का अपडेट

    ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में अब तक इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए संतुलित स्कोर बनाया है. जो रूट के अलावा अन्य बल्लेबाजों ने भी महत्वपूर्ण पारियां खेलीं, जिससे टीम को मैच में दबदबा बनाए रखने का मौका मिला.

    क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि रूट की पारी टीम को जीत की राह पर आगे ले जा सकती है, खासकर क्योंकि गाबा की पिच तेज गेंदबाजी और स्विंग के लिए प्रसिद्ध है.

    जो रूट के करियर की झलक

    जो रूट का करियर भारतीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में महत्वपूर्ण रहा है. उन्होंने टेस्ट डेब्यू 2012 में किया और अब तक 40 टेस्ट शतक जमा लिए हैं. ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहला शतक उनका करियर का एक यादगार मोड़ है. इस शतक ने इंग्लैंड को इस एशेज सीरीज में रणनीतिक लाभ दिया है और रूट को विश्व क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की सूची में मजबूत जगह दिलाई है.

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