पाकिस्तान की ओर से बार-बार की जा रही आतंकी हरकतों के चलते भारत अब निर्णायक मोड में आ चुका है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और उन्हें पूरी तरह ‘फ्रीहैंड’ दे दिया है. यानी अब यह फैसला सेना लेगी कि कब, कहां और कैसे पाकिस्तान को जवाब देना है. सैन्य नेतृत्व को मिली यह आज़ादी एक स्पष्ट संकेत है कि भारत अब न सिर्फ जवाबी कार्रवाई के मूड में है, बल्कि दुश्मन को उसकी भाषा में जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.
इतिहास गवाह है, जब सेना को मिली खुली छूट
यह पहला मौका नहीं है जब भारत की सेना को सरकार की ओर से पूर्ण स्वायत्तता दी गई हो. इससे पहले भी कई अहम अवसरों पर प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को खुली छूट देकर यह दिखाया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं होगा.
अब की बारी फिर पाकिस्तान की?
पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद एक बार फिर देश में आक्रोश है. पाकिस्तान बुरी तरह से घबराया हुआ है. उसकी सरकार के मंत्री तक सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि भारत अगले 24 से 36 घंटे में हमला कर सकता है. यह डर भारत की सैन्य नीति और जवाबी कार्रवाई की शक्ति का प्रमाण है.
भारत की रणनीति अब स्पष्ट है — जो हमला करेगा, उसे उसी की भाषा में जवाब मिलेगा. और जब सेना को फ्रीहैंड मिल चुका है, तो जवाब न सिर्फ तय है, बल्कि तय समय पर मिलेगा भी.
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