Amit Shah: भारत की राजनीति में एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब देश के सबसे लंबे कार्यकाल वाले गृह मंत्री बन गए हैं. यह उपलब्धि उन्होंने 5 अगस्त को हासिल की, जब उनके गृहमंत्रालय में कुल कार्यदिवसों की संख्या 2,258 दिन हो गई. इससे पहले यह रिकॉर्ड लाल कृष्ण आडवाणी के नाम था, जिनका कार्यकाल 2,256 दिनों का रहा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह खुद भी इस मौके पर एनडीए की संसदीय दल की बैठक में मौजूद थे. पीएम मोदी ने इस ऐतिहासिक मील के पत्थर पर शाह को खुलकर सराहा और उनकी निर्णायक भूमिका को याद किया.
ऐतिहासिक फैसलों से भरा रहा शाह का कार्यकाल
2019 में जब मोदी सरकार दूसरी बार सत्ता में आई, तो अमित शाह को पहली बार गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक कई बड़े और साहसिक फैसले लिए, जो लंबे समय तक चर्चा में रहे.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पारित कराना
यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) की नींव रखना
तीन तलाक को अवैध घोषित करना
आतंकवाद पर कड़ा रवैया अपनाना
इन सभी फैसलों ने न सिर्फ देश की आंतरिक नीति में बदलाव लाया, बल्कि गृहमंत्री के तौर पर शाह की पहचान एक सख्त, स्पष्ट और निर्णायक नेता के रूप में स्थापित की.
संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' बना बड़ा मुद्दा
हाल ही में संसद के मानसून सत्र में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस का केंद्र रहा 'ऑपरेशन सिंदूर', जिसे भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया था. इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकी मारे गए, जिससे पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को बड़ा झटका लगा.
विपक्ष ने इस ऑपरेशन पर सदन में पूरी चर्चा की मांग की, जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलकर सरकार का पक्ष मजबूती से रखा.
आंकड़ों से परे एक प्रभावशाली सफर
जहाँ एक ओर 2,258 दिन का आंकड़ा एक रिकॉर्ड है, वहीं दूसरी ओर यह आंकड़ा एक नेतृत्व की गहराई और निर्णयों की धार को भी दर्शाता है. अमित शाह ने जिस तरह कानून व्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक मामलों को संभाला, वह उन्हें देश के सबसे प्रभावशाली गृह मंत्रियों में से एक बनाता है.
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