वेनेजुएला और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव में अब एक नया मोड़ आ गया है. शनिवार को वेनेजुएला ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिकी नौसेना ने उसकी समुद्री सीमा के भीतर एक मछली पकड़ने वाली छोटी नाव को जबरन रोका और कब्जे में ले लिया.
इस विवाद ने कैरिबियन क्षेत्र में सुरक्षा और कूटनीति दोनों को हिला कर रख दिया है. वेनेजुएला के विदेश मंत्री इवान गिल ने इस घटना को “सीधा उकसावा” बताते हुए अमेरिका पर क्षेत्र में अशांति फैलाने का आरोप लगाया है.
क्या हुआ था कैरिबियन सागर में?
विदेश मंत्री गिल के अनुसार, शुक्रवार को अमेरिकी युद्धपोत USS Jason Dunham ने वेनेजुएला के झंडे वाली एक ट्यूना फिशिंग बोट को रोका, जिसमें 9 मछुआरे सवार थे. आरोप है कि 18 हथियारबंद अमेरिकी सैनिकों ने इस नाव पर धावा बोला और करीब 8 घंटे तक नाव पर कब्जा बनाए रखा. गिल ने इस कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों का उल्लंघन बताया और कहा कि अमेरिका जानबूझकर इस क्षेत्र में सैन्य तनाव बढ़ा रहा है ताकि वेनेजुएला की सरकार को अस्थिर किया जा सके.
अमेरिका की तरफ से अभी तक चुप्पी
इस घटना पर अमेरिकी प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि यह बात साफ है कि हाल के दिनों में अमेरिका ने कैरिबियन सागर में अपनी नौसेना की मौजूदगी को बढ़ाया है. कुछ दिन पहले ड्रग तस्करी में इस्तेमाल हो रहे एक जहाज को मार गिराने की अमेरिकी कार्रवाई में 11 लोगों की मौत हो गई थी. अमेरिका ने आरोप लगाया था कि यह जहाज वेनेजुएला के आपराधिक गिरोह ट्रेन दी आर्गुआ से जुड़ा हुआ था, जिसे राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन प्राप्त है.
ट्रंप का बड़ा दावा और मादुरो पर सीधा आरोप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मादुरो पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे खुद एक ड्रग तस्करी गैंग के प्रमुख हैं. अमेरिका ने मादुरो की गिरफ्तारी पर इनाम की राशि बढ़ाकर 5 करोड़ डॉलर कर दी है. ट्रंप का कहना है कि वेनेजुएला के ड्रग नेटवर्क सिर्फ स्थानीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय तस्करी में भी सक्रिय हैं, और अमेरिका के लिए बड़ा खतरा हैं.
वेनेजुएला की पलटवार की तैयारी
राष्ट्रपति मादुरो ने अमेरिकी आरोपों को नकारते हुए देश की सेना और आम नागरिकों को सतर्क कर दिया है. वेनेजुएला ने तटीय क्षेत्रों और कोलंबिया सीमा पर सैन्य तैनाती बढ़ा दी है. मादुरो ने देश के नागरिकों से सिविलियन मिलिशिया में शामिल होने की अपील की है और राजधानी कराकास के फुएर्ते टुना सैन्य बेस में हजारों लोगों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही है.
देश में युद्ध जैसा माहौल
स्थानीय लोगों के बीच भी नाराज़गी है और वे अमेरिका की सैन्य गतिविधियों को संप्रभुता का उल्लंघन मान रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगर अमेरिका ने हमला किया तो पूरा देश एकजुट होकर जवाब देगा.
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