प्यार में लांघी सरहद, अलीगढ़ के बादल को पाकिस्तान की सना ने दिया धोखा, अब PAK में मिली 1 साल की सजा

    उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी एक युवक को सीधे पाकिस्तान की जेल पहुंचा दिया. बिना वीज़ा-पासपोर्ट के सरहद लांघ कर प्रेमिका से मिलने गए बादल बाबू को पाकिस्तानी अदालत ने 1 साल की कैद और 5000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है.

    aligarh man jailed in pakistan for illegal entry after facebook romance
    Image Source: Social Media

    प्यार अंधा होता है, लेकिन कभी-कभी यह अंधापन इतनी बड़ी कीमत मांगता है जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की होती. सोशल मीडिया पर शुरू हुई मोहब्बत ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी एक युवक को सीधे पाकिस्तान की जेल पहुंचा दिया. बिना वीज़ा-पासपोर्ट के सरहद लांघ कर प्रेमिका से मिलने गए बादल बाबू को पाकिस्तानी अदालत ने 1 साल की कैद और 5000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है.

    इस प्रेम कहानी में जहां एक तरफ दो देशों की सीमाएं थीं, वहीं दूसरी तरफ एक पाकिस्तानी वकील की इंसानियत ने इसे नया मोड़ दिया. पाक अधिवक्ता फियाज रामे ने बादल के गरीब पिता से संपर्क कर बिना किसी फीस के केस लड़ने की पेशकश की — और यह केस अब भी कानूनी लड़ाई की राह पर है.

    सोशल मीडिया पर शुरू हुआ प्यार

    नगला खिटकारी गांव के बादल बाबू की फेसबुक पर पाकिस्तान की मंडी बहाउद्दीन निवासी सना रानी से जान-पहचान हुई. बातचीत प्यार में बदल गई. फिर बिना किसी आधिकारिक दस्तावेज़ के, 27 दिसंबर 2024 को बादल पाकिस्तान में दाखिल हो गया, जहां उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.

    जेल में काट चुका है चार महीने

    फियाज रामे ने 10 जनवरी 2025 से बादल का केस लड़ना शुरू किया. उन्होंने पुलिस की चार्जशीट के बाद अदालत में बादल का पक्ष मजबूती से रखा. चार महीने बाद अदालत ने फैसला सुनाया — एक साल कैद और जुर्माना. हालांकि रामे ने बादल के परिवार को भरोसा दिलाया है कि वे ऊपरी अदालत में अपील करेंगे और सजा कम कराने की कोशिश करेंगे. इसके बाद बादल के भारत लौटने की उम्मीद है.

    जासूस नहीं, बस एक प्रेमी

    इस केस के दौरान 17 अप्रैल को सना रानी को भी अदालत में पेश किया गया. अदालत ने दोनों की सोशल मीडिया चैट को देखा, और माना कि बादल बाबू का मकसद जासूसी नहीं, बल्कि महज अपनी प्रेमिका से मिलना था. इसी आधार पर उसे केवल सीमा उल्लंघन का दोषी माना गया, न कि कोई राष्ट्रीय सुरक्षा का अपराधी.

    वकील को परिजनों ने कहा धन्यवाद

    बादल के परिजन जहां बेटे की रिहाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं वे वकील फियाज रामे का बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे हैं, जिन्होंने इंसानियत दिखाते हुए बिना एक भी रुपया लिए मुकदमा लड़ा.

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