बीजिंग: कोविड-19 की भयावह लहर के बाद चीन एक बार फिर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है—इस बार खतरा मच्छर जनित बीमारी चिकनगुनिया से है. दक्षिण चीन के फोशान शहर में हालात ऐसे हैं कि अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी है, और लोगों को इलाज के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ रहा है. स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य मंत्रालय सक्रिय हो चुके हैं और मच्छर नियंत्रण के व्यापक अभियान शुरू कर दिए गए हैं.
ग्वांगडोंग प्रांत में असामान्य संक्रमण
ग्वांगडोंग प्रांत में चिकनगुनिया का यह प्रकोप असामान्य माना जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र आमतौर पर इस वायरस के लिए संवेदनशील नहीं रहा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए हांगकांग और मकाऊ जैसे पड़ोसी क्षेत्र भी सतर्क हो गए हैं. मकाऊ में शुक्रवार को एक आयातित मामला सामने आया—मरीज़ हाल ही में फोशान से लौटा था.
चिकनगुनिया फैलने की शुरुआत और मौजूदा हालात
कैसे फैलता है चिकनगुनिया और इसके लक्षण
चिकनगुनिया वायरस मच्छर के काटने से फैलता है, विशेष रूप से एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छरों से. इसके लक्षणों में शामिल हैं:
इस बीमारी का नाम किमाकोंडे भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है—"झुककर चलना", जो जोड़ों के दर्द से जूझते मरीजों की हालत को दर्शाता है.
प्रशासन की अपील: घरों को बनाएं मच्छर-मुक्त
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय प्रशासन ने नोटिस जारी कर लोगों से अपील की है कि वे मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
मुख्य सुझावों में शामिल हैं:
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मच्छरों की रोकथाम ही चिकनगुनिया से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है.
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