बिहार से दिल्ली जा रही स्लीपर बस में जिंदा जले 5 लोग, कैसे लगी आग? जानिए पूरा मामला

    लखनऊ में गुरुवार सुबह एक ऐसा मंजर सामने आया, जिसने हर किसी का दिल दहला दिया. सुबह करीब 5 बजे आउटर रिंग रोड (किसान पथ) पर मोहनलालगंज के पास एक स्लीपर बस में भीषण आग लग गई.

    5 people burnt alive in sleeper bus Bihar to Delhi
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    लखनऊः एक तरफ बिहार से दिल्ली जाने की उम्मीद थी, दूसरी तरफ जिंदगी की आखिरी सुबह. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार सुबह एक ऐसा मंजर सामने आया, जिसने हर किसी का दिल दहला दिया. सुबह करीब 5 बजे आउटर रिंग रोड (किसान पथ) पर मोहनलालगंज के पास एक स्लीपर बस में भीषण आग लग गई, जिसमें 5 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई. इस हादसे ने पूरे इलाके में कोहराम मचा दिया.

    नींद में थे यात्री, बस बनी आग का गोला

    घटना के वक्त बस में सवार अधिकतर यात्री गहरी नींद में थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक बस के भीतर धुआं भरने लगा और कुछ ही पलों में आग की लपटें तेज हो गईं. घबराए लोग चीखते-चिल्लाते बाहर निकलने की कोशिश करने लगे, लेकिन अफरा-तफरी के बीच कई लोग आग की चपेट में आ गए.

    चश्मदीदों का कहना है कि ड्राइवर और कंडक्टर हादसे के वक्त बस छोड़कर भाग खड़े हुए, जिससे यात्रियों की मदद करने वाला कोई नहीं था. ऊपर से ड्राइवर की सीट के पास अतिरिक्त सीट लगी थी, जिसने निकलने के रास्ते को और संकरा कर दिया.

    मारे गए लोग: एक परिवार के तीन लोग शामिल

    इस भीषण हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान हो चुकी है:

    • देवराज (3.5 वर्ष) और उसकी बहन साक्षी (2 वर्ष), जो सीतामढ़ी के गमबारा गांव से थे
    • लख्खी देवी (55 वर्ष) और उनकी बेटी सोनी (27 वर्ष), समस्तीपुर की रहने वालीं
    • मधुसूदन, बेगूसराय से

    एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत ने इस हादसे को और भी ज्यादा भावुक बना दिया है.

    बस में थे गैस सिलेंडर

    जांच में सामने आया कि बस में 5-5 किलो के सात गैस सिलेंडर रखे हुए थे. हालांकि, राहत की बात रही कि कोई सिलेंडर नहीं फटा, वरना नुकसान और बड़ा हो सकता था. दमकल की गाड़ियां मौके पर करीब आधे घंटे में आग पर काबू पा सकीं, लेकिन तब तक बस जलकर खाक हो चुकी थी.

    इमरजेंसी गेट ने बढ़ाई मुश्किल

    पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि बस का इमरजेंसी गेट नहीं खुला, जिससे कई लोग अंदर ही फंसे रह गए. यह लापरवाही यात्रियों की जान पर भारी पड़ी. हादसे के बाद बस ऑपरेटर और चालक की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

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