अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा आयोजित 2027 वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और जिम्बाब्वे को सौंपी गई है. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (CSA) ने इस बहुप्रतीक्षित टूर्नामेंट के लिए अपनी तैयारियों को गति देते हुए आठ प्रमुख शहरों को मैच आयोजन के लिए चुना है. 44 मुकाबले दक्षिण अफ्रीका में होंगे, जबकि 10 मैच नामीबिया और जिम्बाब्वे की सरजमीं पर खेले जाएंगे.
दक्षिण अफ्रीका के 8 शहरों को मिली मेज़बानी
CSA ने जिन आठ शहरों को वर्ल्ड कप मैचों की मेज़बानी के लिए चुना है, वे हैं:
इन स्थानों पर वर्ल्ड क्लास स्टेडियम मौजूद हैं और इनमें पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित हो चुके हैं.
जिम्बाब्वे और नामीबिया में होंगे 10 मैच
दक्षिण अफ्रीका के अलावा, इसके दो पड़ोसी देश- नामीबिया और जिम्बाब्वे भी इस टूर्नामेंट का हिस्सा होंगे. इन दोनों देशों में कुल 10 मैच कराए जाएंगे.
हालांकि, जहां जिम्बाब्वे को मेज़बान टीम के रूप में सीधे टूर्नामेंट में जगह मिली है, वहीं नामीबिया को क्वालिफाइंग राउंड से गुजरकर अपनी दावेदारी साबित करनी होगी.
2027 वर्ल्ड कप का फॉर्मेट और टीमों की संख्या
इस बार टूर्नामेंट में कुल 14 टीमें भाग लेंगी. प्रतियोगिता को दो ग्रुप्स में बांटा जाएगा, जिसमें प्रत्येक ग्रुप में 7 टीमें होंगी.
फॉर्मेट कुछ इस प्रकार रहेगा:
अंत में दो फाइनलिस्ट टीमें खिताबी मुकाबला खेलेंगी, जो नए चैंपियन का फैसला करेगी.
टीमों का चयन कैसे होगा?
CSA ने बनाई आयोजन समिति
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट को सफल बनाने के लिए एक विशेष लोकल ऑर्गनाइजिंग कमेटी (LOC) का गठन किया है. इस समिति का नेतृत्व दक्षिण अफ्रीका के पूर्व वित्त मंत्री ट्रेवर मैनुअल को सौंपा गया है.
CSA की चेयरपर्सन पर्ल माफोशे ने कहा कि वर्ल्ड कप केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका की विविधता, एकजुटता और मेहमाननवाज़ी को दुनिया के सामने पेश करने का एक शानदार मौका है.
दक्षिण अफ्रीका का टूर्नामेंट आयोजन का अनुभव
दक्षिण अफ्रीका के पास अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के आयोजन का व्यापक अनुभव है. इससे पहले यह देश निम्नलिखित बड़े टूर्नामेंटों की मेज़बानी कर चुका है:
खास बात यह है कि 2023 में महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचकर दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने इतिहास रचा था, हालांकि वे खिताब ऑस्ट्रेलिया से हार गईं थीं.
ये भी पढ़ें- भारतीय वायुसेना के लिए रैम्पेज मिसाइलों का बड़ा ऑर्डर, ऑपरेशन सिंदूर में मचाई थी तबाही, जानें ताकत