जानें राहुल गांधी के बयान पर क्यों भड़के अमित शाह, कांग्रेस को बताया आरक्षण विरोधी

    शाह ने कहा- राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है. मन में पड़े विचार और सोच बाहर आ ही जाते हैं.

    जानें राहुल गांधी के बयान पर क्यों भड़के अमित शाह, कांग्रेस को बताया आरक्षण विरोधी
    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए और राहुल गांधी वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्र में | Photo- ANI

    नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने राहुल गांधी के कथित आरक्षण खत्म करने के बयान को लेकर उन्हें निशाने पर लिया. शाह ने कहा कि कांग्रेस की आरक्षण को लेकर सच्चाई सामने आ गई है. जब तक भाजपा है तब तक आरक्षण को कोई छू नहीं सकता.

    शाह का यह बयान उनकी उस टिप्पणी को लेकर आया है जो हाल में अमेरिकी दौरे पर राहुल गांधी ने की है. राहुल ने वहां जार्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से एक बातचीत में कहा कि जब भारत फेयर प्लेस बन जाएगा (भेदभाव खत्म होने के संदर्भ में) तब हम आरक्षण को खत्म कर देंगे. उनके इस बयान को बीजेपी ने लपक लिया है और उन्हें घेर रही है.

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    देश विरोधी बातें करना राहुल और कांग्रेस की आदत : अमित शाह

    अमित शाह ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा, "देश विरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है. चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है."

    उन्होंने आगे पोस्ट में कहा, "भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है. राहुल गांधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है. मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाते हैं."

    "मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता."

    राहुल गांधी ने अमेरिका के जार्जटाउन यूनिवर्सिटी में कही ये बात   

    गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तीन दिन के लिए अमेरिकी दौर पर हैं.

    मंगलवार 10 सितंबर को उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने आरक्षण से जुड़े एक सवाल पर कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब भारत में फेयर प्लेस बन जाएगा यानी सही समय होगा, जो कि अभी नहीं है. राहुल यह पूछे जाने पर कि आरक्षण कब खत्म होगा, इसके जवाब में उन्होंने कहा था, “जब आप आर्थिक आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही मिलता है. सच्चाई यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है. भारत के हर एक बिजनेस लीडर की लिस्ट देख लें. मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं. मुझे किसी ओबीसी का नाम दिखाएं. मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है. जो कि आबादी का 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं. हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है. और भी साधन हैं.”

    वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी आरक्षण और जाति जनगणना को लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक मुद्दा बनाए हुए हैं. उन्होंने अमेरिका के दौरे पर भी जाति जनगणना और भारत में 90 फीसदी आबादी की संसाधनों में भागेदारी का मुद्दा उठाया. इसके अलावा देश में अलग-अलग मंचों पर भी इस मुद्दे को उठा रहे हैं.  

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