Viral खबर : कार में लड़का-लड़की का 'अश्लील' Video वायरल, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने दी नसीहत

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की कार से निकल रही है और निकलते ही बाहर खड़ी अपनी दोस्त से हंसते हुए मिलती है.

Viral खबर : कार में लड़का-लड़की के 'सेक्स करने' का Video वायरल, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने दी नसीहत
वायरल वीडियो से ग्रैब्ड स्क्रीनशॉट्स.

सोशल मीडिया पर सेक्स से जुड़ी खबरें और किसी की निजी बातों को वायरल करना आम हो गया है, खासकर तब जब मामला महिलाओं से जुड़ा हो और समाज में टैब्यू (हौव्वा) माने जाने वाले सेक्स से जुड़ा हो. लोग ऐसे वीडियो वायरल कर किसी की सामाजिक फजीहत करते हैं और उसे भला-बुरा कहते हैं. कई बार तो वीडियो का संदर्भ भी नहीं पता होता, असल सच्चाई मालूम नहीं होती लेकिन लोग वीडियो को अपने पूर्वाग्रह बनाकर उसे वायरल कर देते हैं, यह सोचे बगैर कि आप कानून में दिए किसी की निजता का अधिकार तोड़ रहे हैं.

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़की कार से निकल रही है और निकलते ही बाहर खड़ी अपनी दोस्त से हंसते हुए मिलती है. दोनों की बात वीडियो में सुनाई तो नहीं दे रही हैं लेकिन लड़की रिलैक्स होती दिख रही है. वहीं कार के अंदर एक शख्स नजर आ रहा है जो अपने कपड़े को ठीक करता हुआ दिख रहा है. 

सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए शख्स ने ये लिखा

इस वीडियो को सोशल मीडिया एक्स पर मनोज शर्मा लखनऊ, यूपी की आईडी से शेयर किया गया है. उसने लिखा है, "देखिए यहां एक लड़की को देखा जा सकता है कि वह कार से उतरी और बाहर एक दूसरी महिला मित्र से बात कर रही है कि काम कैसा हुआ?
पुरुष कार के अंदर कपड़े पहन रहा है !!"

"क्या ये कांड दिल्ली में या दिल्ली के आस पास का है?🤯👇" 

वह आगे लिखा है, "बड़े शहरों की चकाचौंध में पली-बढ़ी स्त्रियां जो क्लब पार्टी, पब और रात में दोस्तों के साथ चिल आउट की शौकीन हों, जिनके अधिक से अधिक बॉडी काउंट होना उनके लाइफस्टाइल का हिस्सा हो ऐसी स्त्रियों पर भरोसा करना या उनसे लॉयल्टी की अपेक्षा रखना महज मूर्खता से बढ़कर और कुछ नहीं है !! वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है !!"

जाहिर सी बात है कि लड़का इस वीडियो की सच्चाई और संदर्भ जाने बगैर अपनी टिप्पणी कर रहा है. वीडियो में यह तो साबित हो रहा है कि एक शख्स और महिला कार में थे लेकिन वह सेक्स ही कर रहे थे, इसका कोई सबूत नजर नहीं आ रहा. लेकिन शख्स अंदाजा लगाकर महिला को भला-बुरा बोल रहा है. ये भी हो सकता है कि दोनों पति-पत्नी हों या दोस्त हों लेकिन, महिला के गलत होने का लान्च्छन लगाया जा रहा है. जबकि वहीं लड़के के बारे में कोई कुछ नहीं कह  रहा है, सिर्फ महिला को टारगेट किया जा रहा जो कि पूर्वाग्रह से भरी सोच को दिखाता है. लड़का इस वीडियो को दिल्ली के आस-पास का होने का अंदाजा लगा रहा है जाहिर उसकी सोच में एक एडवांस समाज को लेकर पूर्वाग्रह भरा है.

यूजर्स ने दी तीखी प्रतिक्रिया, जाहिर किया नकारात्म नजरिया

इस वीडियो पर ज्यादातर कमेंट पूर्वाग्रह से भरे और नकारात्मक हैं. ज्यादातर यूजर्स ने बड़े शहरों में महिलाओं की लाइफस्टाइल पर सवाल उठा रहे हैं. क्लब पार्टी, पब और देर रात तक दोस्तों के साथ घूमने जैसी एक्टिविटीज को टारगेट कर रहे हैं. कुछ ने महिला की 'लॉयल्टी' और 'भरोसे' पर सवाल उठाया है. 

एक यूजर ने लिखा है, "और ये लड़कियां किसी शरीफ लड़के से शादी कर उसका जीवन बर्बाद करेंगी बस इसलिए ही बोलता हूं."

खुद को एक राष्ट्रवादी बताने वाले एक यूजर ने लिखा है, "माता-पिता ने अगर सही संस्कार दिये होते तों आज ऐसी औलाद नहीं होती. डूब मरना चाहिये ऐसी औलाद को." 

और एक यूजर ने लिखा है, "ये सब पहले भी होता था इसी लिए मनुस्मृति में स्त्री को कंट्रोल में रखने के लिए कहा गया है. एक बार स्त्री कंट्रोल से बाहर हुई उनसे पैदा संतानें भी वैल्यू खो देती है."

एक यूजर ने लिखा है, "जिसको देखो, वही कमेंट मे लड़की को ही टारगेट कर रहा, ज्ञान दे रहा है, मोरल की बात कर रहा है. जबकि उसके साथ लड़का भी है, वो भी उसके साथ बराबर का भागी है इस काम में. अगर लड़की किसी भी तरह से नैतिक रूप से दोषी है तो लड़का भी उतना ही दोषी हुआ, लेकिन कोई लड़के के चरित्र पर नहीं लिखता."

एक अन्य यूजर ने लिखा है, "अगर पुरुष किसी स्त्री से संबंध बनाए, वेश्यालय जाए, चार पांच गर्लफ्रेंड घुमाए तो पर स्त्री किसी के साथ जाए तो आ जाते हैं ठेकेदार संस्कृति की दुहाई देने."

समाज की सोच पर खड़ा होता है सवाल 

वायरल वीडियो पर प्रतिक्रियाओं पर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या किसी घटना को देखकर एडवांस लाइफस्टाइल वाली महिलाओं के पूरे चरित्र पर सवाल उठाया जा सकता है? विशेषज्ञों का कहना है कि कि सोशल मीडिया पर महिलाओं के बारे में इस तरह के पूर्वाग्रह से भरे कमेंट करना उनके अधिकारों और सम्मान के खिलाफ है.

क्या कहता है इस पर कानूनी नजरिया?

सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति का वीडियो बनाकर उसे वायरल करना, उसकी निजता का उल्लंघन करना है. इसे भारतीय कानून के तहत अपराध माना जाता है. आईटी एक्ट कहता है कि किसी की सहमति के बिना उसका वीडियो बनाना और उसे पब्लिक करना, उस पर अपमानजनक टिप्पणी करना एक दंडनीय अपराध है. 

महिला अधिकार कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया 

इस घटना पर कई महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे पूर्वाग्रह और बदनाम करने वाली सोच बताकर नाराजगी जाहिर की है. उनका कहना है, "किसी व्यक्ति के कपड़ों, जीवनशैली या सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर उसके चरित्र पर सवाल उठाना ग़लत है. समाज अपनी सोच बदले और महिलाओं को उनके अधिकारों और उन्हें स्वतंत्रता के साथ जीने दे." 

सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का उदाहरण

यह सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का एक उदाहरण है. आए दिन इस तरह के वायरल कंटेंट मिलते हैं, जिससे किसी महिला या शख्स की जिंदगी मुश्किल में पड़ती है. ऐसी वायरल घटनाएं लोगों का तेजी से ध्यान खींचती हैं, लेकिन अक्सर इससे जुड़े फैक्ट की जांच नहीं की जाती. बिना जांचे इस पर इस तरह की टिप्पणी, गंभीर सामाजिक समस्या की ओर इशारा करती है. 

यह घटना दिखाती है कि सोशल मीडिया का असर लोगों पर किस तरह से है और लोग इसका किस तरह से इस्तेमाल कर रहे हैं. यह समाज में मौजूद लैंगिक भेदभाव (स्त्री-पुरुष के बीच भेदभाव) और पूर्वाग्रह को दिखाता है. ऐसे में यह जरूरी है कि हम संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए. जब तक सच्चाई का पता न हो कमेंट न करें और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए कानून का पालन करें, किसी की निजता का उल्लंघन न करें.

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