रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में यूक्रेन ने एक और बड़ा कदम उठाया है. यूक्रेनी सेना ने रूस के एक परमाणु एयरबेस पर हमला कर दिया है, जो कि यूक्रेन का अब तक का सबसे घातक हमला माना जा रहा है. इस हमले में रूस के परमाणु बमवर्षक विमानों को निशाना बनाया गया, जिससे पूरे इलाके में भयावह विस्फोट हुआ. रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन ने रूस के एक महत्वपूर्ण रणनीतिक एयरबेस, एंगेल्स पर ड्रोन हमला किया, जहां परमाणु बमवर्षक विमान रखे गए थे. इस हमले के बाद आग का गुबार इतना ऊंचा उठा कि मीलों दूर से इसे देखा जा सकता था, और ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वहां परमाणु बम फटने जैसा दृश्य हो.
कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
यूक्रेन ने यह हमला रूस के टुपोलेव टीयू-160 परमाणु बमवर्षक विमानों वाले सोवियत युग के एयरबेस पर किया. इन विमानों को आमतौर पर "व्हाइट स्वान" के नाम से जाना जाता है. हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें धमाके के बाद आसमान में आग के गोले दिखाई दे रहे हैं और आसपास की इमारतें जलती हुई नजर आ रही हैं. इस हमले में 10 लोग घायल हुए हैं.
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने भी इस हमले की पुष्टि की है और कहा है कि यह एयरस्ट्राइक रूस के सैन्य ठिकानों पर की गई थी. विस्फोटों में रूस के कई सामरिक ठिकाने नष्ट हो गए हैं. वहीं, रूस ने भी इस हमले का जवाब देने का दावा किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, उनकी एयरफोर्स ने 132 ड्रोन को मार गिराया है, जो उनके क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे. यह हमला उस समय हुआ है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बिना शर्त 30 दिनों के सीजफायर प्रस्ताव को नकारा था.
4.18 बिलियन पाउंड के तोप के गोले
इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोपीय यूनियन के नेताओं से वीडियो कॉल पर बात की. उन्होंने कहा कि यूक्रेन को जल्द से जल्द 4.18 बिलियन पाउंड के तोप के गोले चाहिए. जेलेंसकी ने यूरोपीय नेताओं से अपील की कि वे युद्ध को लेकर रूस पर दबाव डालना जारी रखें और प्रतिबंधों को हटाने की कोई योजना न बनाई जाए. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से हुई अपनी सार्थक बातचीत का भी जिक्र किया और यूरोपीय यूनियन से बिना शर्त युद्धविराम की दिशा में सहयोग का आह्वान किया.
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