ओस्लो: यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने नॉर्वे से वीडियो कॉल के माध्यम से यूरोपीय संघ के नेताओं को संबोधित किया. उन्होंने रूस और उसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर तीखा हमला बोला, यह कहते हुए कि पुतिन की अनावश्यक मांगें युद्ध को खींच रही हैं.
जेलेंस्की ने कहा, "रूस को तब तक प्रतिबंधों का सामना करना चाहिए जब तक वह यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुला लेता और युद्ध से हुए नुकसान की भरपाई नहीं करता."
क्रीमिया पर स्पष्ट रुख
जेलेंस्की ने क्रीमिया को यूक्रेन का अभिन्न हिस्सा बताते हुए रूस के नियंत्रण को मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "क्रीमिया एक यूक्रेनी क्षेत्र है, और हम इसे कभी नहीं छोड़ेंगे." उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हुई बातचीत में भी यही बात दोहराई थी.
न्यूक्लियर प्लांट पर स्वामित्व को लेकर स्पष्टता
जब उनसे जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट के अमेरिकी नियंत्रण में जाने की अफवाहों पर सवाल पूछा गया, तो जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि सभी न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट यूक्रेनी नागरिकों के हैं और इस मुद्दे पर अमेरिका के साथ कोई सीधी बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने कहा, "अगर यह प्लांट यूक्रेन का नहीं होगा, तो यह किसी के लिए भी काम नहीं करेगा."
रूस के शहर पर ड्रोन हमला
यूक्रेन ने रूस के एंगेल्स शहर में एक महत्वपूर्ण सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमला किया, जहां रूस के अत्याधुनिक न्यूक्लियर कैपेबल बॉम्बर विमान तैनात थे. इस हमले के बाद स्थानीय प्रशासन ने आपातकाल घोषित कर दिया.
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस संघर्ष को लेकर वैश्विक शक्तियों की नजर बनी हुई है. जेलेंस्की ने एक बार फिर दुनिया से रूस पर दबाव बनाने की अपील की है ताकि इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सके.
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