वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की बहुप्रतीक्षित बैठक व्हाइट हाउस में संपन्न हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन-रूस युद्ध, द्विपक्षीय सहयोग और आर्थिक साझेदारी पर चर्चा की. राष्ट्रपति ट्रम्प ने जेलेंस्की का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि अमेरिका यूक्रेन के साथ खड़ा है.
युद्ध और शांति को लेकर महत्वपूर्ण वार्ता
बैठक के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की और युद्ध के मैदान से कुछ तस्वीरें साझा कीं. उन्होंने जोर देकर कहा कि शांति की दिशा में कोई भी समझौता ऐसा नहीं होना चाहिए जिससे रूस को अनुचित लाभ मिले. इसके जवाब में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि यह युद्ध जल्द समाप्त हो, लेकिन अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करता रहेगा.
संयुक्त आर्थिक और रक्षा सहयोग पर सहमति
इस बैठक में आर्थिक सहयोग को लेकर भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. अमेरिका और यूक्रेन के बीच दुर्लभ खनिजों (रेयर अर्थ मटेरियल) के व्यापार को लेकर एक समझौते की रूपरेखा तैयार की गई. यह खनिज सैन्य उपकरणों, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
ट्रम्प प्रशासन ने यूक्रेन के खनिज संसाधनों में रुचि व्यक्त की थी और इस समझौते के तहत अमेरिका को आवश्यक खनिजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर सहमति बनी. राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस अवसर पर कहा, "यूक्रेन और अमेरिका के बीच यह सहयोग न केवल आर्थिक रूप से लाभकारी होगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को भी स्थिर करेगा."
यूक्रेन के संसाधनों पर रणनीतिक दृष्टिकोण
यूक्रेन दुर्लभ खनिजों के वैश्विक भंडार में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसमें ग्रेफाइट, लीथियम और टाइटेनियम जैसे संसाधन शामिल हैं, जो वैश्विक स्तर पर अत्यधिक मांग में हैं. हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कई महत्वपूर्ण खनिज क्षेत्रों पर रूस का नियंत्रण हो गया है.
भविष्य की रणनीति और सहयोग की संभावनाएं
इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने और यूक्रेन को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने के लिए नई रणनीतियों पर चर्चा हुई. जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वह अपनी संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा.
व्हाइट हाउस में हुई इस बैठक से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका और यूक्रेन के संबंध आगे भी मजबूत रहेंगे और दोनों देश युद्ध के समाधान के लिए नए मार्ग खोजने पर काम करेंगे.
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