'ये देश के लिए कैंसर, सबक सिखाने के लिए ऑपरेशन चलाएंगे', TTP ने दी पाकिस्तानी सेना पर हमले की धमकी

पाकिस्तान में हाल ही में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा ट्रेन हाईजैक की घटना के बाद अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने भी देश में हमलों की धमकी दी है.

They are cancer for the country we will launch an operation to teach them a lesson TTP threatens to attack Pakistani army
प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में हाल ही में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी आई है. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा ट्रेन हाईजैक की घटना के बाद अब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने भी देश में हमलों की धमकी दी है.

TTP ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना देश के लिए ‘कैंसर’ है. इसे सबक सिखाने के लिए ‘ऑपरेशन अल-खंदक’ चलाएंगे.

TTP का नया अभियान: सुरक्षा पर चुनौती

TTP ने अपने हालिया बयान में पाकिस्तानी सेना को देश के लिए "चुनौती" बताया और इसके खिलाफ 'ऑपरेशन अल-खंदक' चलाने की घोषणा की. इस ऑपरेशन के तहत सेना, सुरक्षा बलों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाने की योजना है.

गुरिल्ला युद्ध की तैयारी में TTP

TTP ने यह भी बताया कि वह अपने लड़ाकों को आधुनिक हथियारों और गुरिल्ला युद्ध तकनीकों की ट्रेनिंग दे रहा है. संगठन ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमलों के लिए अत्याधुनिक हथियारों के उपयोग की भी बात कही है.

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान: एक खतरनाक संगठन

TTP की स्थापना 2007 में बेतुल्लाह मेहसूद ने की थी, जिसमें 13 आतंकी गुटों को शामिल किया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ना है. इस संगठन की जड़ें अफगानिस्तान में भी फैली हुई हैं.

पाकिस्तान पर बढ़ते हमले और वैश्विक चिंताएं

2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद TTP और अधिक शक्तिशाली हुआ. नवंबर 2022 में संगठन ने पाकिस्तान के साथ युद्धविराम को खत्म कर दिया और तब से हमलों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है.

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में पाकिस्तान की स्थिति

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान आतंकवाद से प्रभावित देशों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. 2024 में यह चौथे स्थान पर था.

TTP के हमले: 90% वृद्धि

BLA के हमले: 60% बढ़ोतरी

IS-K का प्रभाव: अब पाकिस्तानी शहर भी निशाने पर

विशेषज्ञों का मानना है कि TTP, BLA और इस्लामिक स्टेट-खोरासन (IS-K) के बीच गठबंधन बनने से देश में अस्थिरता और बढ़ सकती है.

सुरक्षा उपायों की जरूरत

इस बढ़ते खतरे को देखते हुए, पाकिस्तान को अपने सुरक्षा ढांचे को और मजबूत करने की आवश्यकता है. आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और प्रभावी नीतियों को लागू करना बेहद जरूरी है, ताकि देश में स्थिरता और शांति बनी रहे.

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