Sunita Williams: सुनिता विलियम्स स्पेस से धरती वापस लौटी हैं. उनकी वापसी से हर कोई खुश है. वहीं लोगों के मन में उन्हें लेकर कई सवाल है. जैसे कि आखिर स्पेस में इतने समय तक उन्होंने खाया क्या, या फिर स्पेस में लोग सोते कैसे हैं. दरअसल जब भी कोई स्पेस की यात्रा करके वापस लौटता है, तो ऐसे सवाल आना लाजमी भी है. अगर आपके भी मन में ऐसे ही सवाल पैदा हो रहे हैं, तो ये जानकारी आपके काफी काम आने वाली है.
स्पेस में नींद कैसे आती है?
अब क्योंकि सब जानते हैं कि स्पेस में किस तरह हवा में रहना पड़ता है. ऐसे में लोगों को लग रहा है कि आखिर वहां नींद कैसे आती है. क्योंकि ग्रैविटी कम है. इस सवाल का जवाब खुद सुनिता विलियम्स ने दिया है. इसका एक वीडियो भी सामने आया है जो इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है. आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा.
वीडियो में दिया जवाब
सुनीता विलियम्स आज धरती पर लौटी हैं उन्हीं की चर्चा इस समय पूरे सोशल मीडिया पर हो रही हैं. यहां तक की उनके कई पुराने वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सुनीता ने इस सवाल का जवाब दिया और बताया कि आखिर स्पेस में सोते कैसे हैं. अब तक वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है.
Ohhh my god 😱🫣😍 zero gravity#sunnithawilliams#SpaceStation pic.twitter.com/S7SxkppUoi
— 🅳🅰🅳🅳🆈'🆂 🅶🅸🆁🅻🏋🏻 (@im_saraahh) March 18, 2025
उन्होंने कहा कि लोग अकसर यही सवाल उनसे पूछा करते हैं. उनका कहना है कि लोग ऐसा मानते हैं कि जब आप स्पेस में लेटते हैं तो आपको नींद आ जाती है. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. हवा में होने के कारण स्पेस में जल्दी नींद नहीं आती. इसके पीछे का कारण भी यही है कि आपकी बैक को सपोर्ट नहीं मिल पाता. जिस कारण नींद जल्दी नहीं आती है.
सोने के लिए करती हैं इस्तेमाल
अब उन्होंने कहा कि सोने के लिए स्टेशन्स बने होते हैं. इनमें एक स्लीपिंग बैग होता है. उन्होंने वीडियो में उदहारण देकर बताया कि इस बैग में वो आखिर कैसे सो पाती हैं. उन्होंने कहा कि यह बैग बिल्कुल फोन बूथ की तरह होती हैं. इसलिए यहां ज्यादा दिक्कत नहीं होती. साथ ही आप हवा में उड़ रहे होते हैं, तो समस्या नहीं होती. हालांकि उन्होंने बताया कि उन्हें अब भी ऐसा लग रहा है कि वो खड़ी हैं. अगर वो उल्टी भी लेट जाएं तो उन्हें इसका पता नहीं चलेगा. सोने की इस जगह पर किताबें, एक लैपटॉप और कपड़े रखे होते हैं. इसी तरह स्पेस स्टेशन में कई स्लीपिंग स्टेशन बने होते हैं.