चैंपियंस ट्रॉफी 2025 भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार और ऐतिहासिक टूर्नामेंट साबित हुआ. टीम इंडिया ने इस बार बेमिसाल प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट में कोई भी मैच न हारते हुए खिताब अपने नाम किया. भारतीय टीम के खिलाड़ी अब आईपीएल में अपनी धूम मचाने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसी बीच एक भारतीय खिलाड़ी ने अपनी मुश्किलों और संघर्षों के बारे में चौंकाने वाला खुलासा किया है.
यह खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि 2021 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा रहे मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती हैं. 2021 टी20 वर्ल्ड कप उनके लिए काफी कठिन और चुनौतीपूर्ण समय था, क्योंकि उस टूर्नामेंट में उनकी गेंदबाजी ने भारतीय टीम को निराश किया था. 3 मैचों में एक भी विकेट न लेने और महंगे साबित होने के बाद वरुण चक्रवर्ती को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद, उन्हें कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और कुछ असामाजिक तत्वों ने उन्हें धमकियां भी दीं.
वरुण चक्रवर्ती ने सुनाई आपबीती
वरुण चक्रवर्ती ने इस दर्दनाक समय के बारे में लोकप्रिय एंकर गोबीनाथ के यूट्यूब शो में बात की. उन्होंने कहा, "2021 वर्ल्ड कप के बाद मेरे लिए वह समय बहुत मुश्किल था. मुझे एहसास हुआ कि मैं वर्ल्ड कप में अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका और न ही एक भी विकेट ले सका. इसका मुझे अफसोस था. इसके बाद तीन साल तक मुझे भारतीय टीम में नहीं चुना गया."
वरुण ने आगे कहा, "इस दौरान मुझे धमकी भरे फोन कॉल्स आए, जिनमें कहा गया कि भारत मत आना. अगर तुम कोशिश भी करोगे, तो तुम्हें कामयाबी नहीं मिलेगी. लोग मेरे घर तक आते थे और मेरा पीछा करते थे. एक बार जब मैं एयरपोर्ट पर था, तो बाइक पर लोग मेरा पीछा कर रहे थे. मुझे छिपकर रहना पड़ता था. लेकिन अब जब मैं इन सारी परेशानियों को पीछे देखता हूं और मुझे आज जो सराहना मिल रही है, तो मुझे सुकून मिलता है."
वरुण चक्रवर्ती की कहानी
2021 के बाद, वरुण चक्रवर्ती ने अपनी पूरी दिनचर्या को बदलने की ठानी और अपने खेल में सुधार लाने के लिए कड़ी मेहनत की. उन्होंने खुद से कहा कि यह वक्त उनके लिए 'कमबैक' का था, और वह फिर से टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. उन्होंने अपने अभ्यास को दोगुना किया और अपनी गेंदबाजी की तकनीक में सुधार किया, हालांकि उन्हें यह नहीं पता था कि सेलेक्टर्स उन्हें कब बुलाएंगे.
वरुण ने अपनी कड़ी मेहनत के बाद आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उनकी वापसी की राह खोली. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने 3 मैचों में 9 विकेट चटकाए और भारत के सबसे सफल गेंदबाज बने. उनके इस प्रदर्शन ने उनकी वापसी की सच्ची कहानी को सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया.
संघर्ष से सफलता तक का सफर
वरुण चक्रवर्ती का कहना है कि "2021 वर्ल्ड कप के बाद मेरे लिए सबसे बड़ा बदलाव खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना था. पहले मैं एक सेशन में 50 गेंदें प्रैक्टिस करता था, लेकिन मैंने इसे दोगुना कर दिया, चाहे मुझे सेलेक्टर्स द्वारा बुलाया जाए या नहीं. तीन साल बाद मुझे लगा कि अब सब कुछ खत्म हो गया है, लेकिन जब आईपीएल में हमें सफलता मिली और मुझे फिर से टीम इंडिया में बुलाया गया, तो वह एक अद्भुत अनुभव था."
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