मुंबई: स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना पर विवादों का साया गहराता जा रहा है. "इंडियाज गॉट लेटेंट" शो में की गई विवादित टिप्पणी के चलते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है. इस विवाद के बीच, उन्होंने अपने भारत दौरे को फिलहाल स्थगित कर दिया है और फैंस को टिकट के पैसे लौटाने का वादा किया है.
सभी शोज रीशेड्यूल, फैंस को मिलेगा रिफंड
समय रैना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए ऐलान किया, "हैलो दोस्तों, मैं अपने सभी इंडिया टूर शोज को रीशेड्यूल कर रहा हूं. आप सभी को जल्द ही रिफंड मिल जाएगा. जल्द मिलता हूं." यह फैसला तब आया जब उनके खिलाफ शिकायतों और कानूनी समन का सिलसिला बढ़ता जा रहा था.
तीसरी बार समन, 24 मार्च को पेश होना अनिवार्य
समय रैना को महाराष्ट्र साइबर सेल की ओर से तीसरी बार समन भेजा गया है. इससे पहले उन्हें 13 फरवरी और 17 मार्च को पेश होने के लिए नोटिस दिया गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए. अब उन्हें 24 मार्च को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
समय रैना ने अपने यूट्यूब चैनल पर "इंडियाज गॉट लेटेंट" नामक शो की शुरुआत की थी, जो डार्क कॉमेडी के चलते युवाओं में काफी लोकप्रिय हो गया. इस शो के सब्सक्राइबर्स 73 लाख से ज्यादा हैं. 8 फरवरी को स्ट्रीम हुए एक एपिसोड में, जज पैनल में शामिल रणवीर अलाहाबादिया ने पेरेंट्स पर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिससे हंगामा मच गया. इस एपिसोड के कारण शो और इसके प्रतिभागियों के खिलाफ कई राज्यों में शिकायतें दर्ज हुईं.
शो से जुड़े लोगों पर कानूनी शिकंजा
इस विवाद के चलते महाराष्ट्र और असम समेत कई राज्यों में रणवीर अलाहाबादिया और अन्य जजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा, शो के करीब 30 अन्य गेस्ट पर भी कानूनी कार्रवाई की गई है, जिन्होंने पहले एपिसोड से लेकर अब तक इसमें हिस्सा लिया था.
सफाई देने के बाद हटाए गए एपिसोड
विवाद बढ़ने के बाद, समय रैना ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया, "जो कुछ हो रहा है, उसे मैं संभाल नहीं पा रहा हूं. मैंने 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के सभी वीडियोज अपने चैनल से हटा दिए हैं. मेरा मकसद सिर्फ लोगों को हंसाना था, किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं. मैं सभी जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करूंगा."
इस मामले में 24 मार्च को उनकी पेशी के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
ये भी पढ़ें- जेलेंस्की ने क्रीमिया को बताया यूक्रेन का अभिन्न अंग, कहा- पुतिन बेफिजूल मांगें करना बंद करें