"भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण करें", विश्व जल दिवस पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.

PM Modi on World Water Day
पीएम मोदी | Photo: ANI

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. सभ्यता में जल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस अमूल्य संसाधन की सुरक्षा के लिए सामूहिक कार्रवाई का आग्रह किया.

क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "विश्व जल दिवस पर, हम जल संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं. जल सभ्यताओं की जीवन रेखा रहा है और इसलिए भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसे संरक्षित करना अधिक महत्वपूर्ण है!"

'कैच द रेन - 2025'

इस बीच, जल शक्ति मंत्रालय, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से, विश्व जल दिवस के अवसर पर शनिवार को जल शक्ति अभियान: 'कैच द रेन - 2025' शुरू करने जा रहा है.

जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, जल संरक्षण के लिए लोगों की कार्रवाई - सामुदायिक संपर्क को बढ़ाने की दिशा में अभियान, जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जल चुनौतियों के मद्देनजर जल सुरक्षा, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के महत्व को रेखांकित करता है.

यह पहल देश भर के 148 जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे जल संसाधनों के सतत प्रबंधन को सुनिश्चित करने में सरकारी एजेंसियों, समुदायों और हितधारकों के बीच अधिक तालमेल को बढ़ावा मिलेगा.

जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 का उद्देश्य जल संरक्षण के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देना है, जिससे 'हर बूंद मायने रखती है' के सपने को साकार किया जा सके. अभियान सभी नागरिकों से अभिनव समाधानों और जमीनी स्तर की भागीदारी के माध्यम से भारत के जल भविष्य को सुरक्षित करने में हाथ मिलाने का आह्वान करता है. 1993 से हर साल 22 मार्च को मनाया जाने वाला विश्व जल दिवस, मीठे पानी के महत्व पर केंद्रित एक वार्षिक संयुक्त राष्ट्र अवलोकन है. विश्व जल दिवस का मुख्य उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य 6: 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता की उपलब्धि का समर्थन करना है.

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