‘मां-बहनें शर्मिंदा, आपके दिमाग में गंदगी', रणवीर अल्लाहबादिया को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई जमकर फटकार

सुप्रीम कोर्ट ने इस तरह के असंवेदनशील और अपमानजनक कंटेंट के लिए रणवीर को कड़ी फटकार लगाई.

Ranveer Allahbadia was severely reprimanded by the Supreme Court
रणवीर अल्लाहबादिया | Photo: Instagram

नई दिल्लीः समय रैना के शो India's Got Latent में रणवीर इलाहाबादिया द्वारा एक कंटेस्टेंट से किए गए विवादास्पद सवालों ने बड़ा बवाल मचाया है. इन सवालों में उन्होंने उस कंटेस्टेंट के माता-पिता को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में शिकायतें दर्ज की गईं. इस पूरे मामले में लगातार कार्रवाई की मांग उठ रही थी, लेकिन अब रणवीर इलाहाबादिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है. 

18 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान यूट्यूबर रणवीर को गिरफ्तारी से राहत तो मिली, लेकिन उन्हें जांच में शामिल होने के लिए भी निर्देश दिए गए. इसके साथ ही कोर्ट ने इस तरह के असंवेदनशील और अपमानजनक कंटेंट के लिए रणवीर को कड़ी फटकार भी लगाई. 

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?

1. समाज को शर्मिंदा करने वाली भाषा: कोर्ट ने कहा कि जिन शब्दों का इस्तेमाल रणवीर ने किया, वे न केवल माता-पिता के लिए अपमानजनक हैं, बल्कि पूरी समाज को भी शर्मिंदगी महसूस कराएंगे. 

2. सस्ती पॉपुलैरिटी की कोशिश: जस्टिस सूर्यकांत ने यह टिप्पणी की कि क्या रणवीर इस तरह की भद्दी बातों के जरिए सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहे थे. 

3. गलत मानसिकता: कोर्ट ने कहा कि रणवीर के दिमाग में कुछ बहुत गलत था, जो उन्होंने शो में सार्वजनिक रूप से बोल दिया. इस तरह की टिप्पणी किसी भी स्थिति में उचित नहीं हो सकती.

4. अश्लीलता पर सवाल: कोर्ट ने रणवीर के द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पर सवाल उठाते हुए इसे अश्लील बताया और यह पूछा कि क्या उन्हें इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने की अनुमति है?

5. लोकप्रियता का गलत इस्तेमाल: कोर्ट ने यह भी कहा कि यह सोच कि क्योंकि आप लोकप्रिय हो गए हैं, आप किसी भी शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं, समाज के लिए गलत है. ऐसे शब्दों से किसी को भी सहज नहीं किया जा सकता.

6. जनता की अदालत का नहीं, कानूनी प्रक्रिया का पालन: कोर्ट ने कहा कि यह जनता की अदालत नहीं है और कोई भी व्यक्ति बिना कारण दूसरों को दोषी नहीं ठहरा सकता. धमकियों का समर्थन नहीं किया जा सकता है.

7. माता-पिता के प्रति असम्मान: कोर्ट ने रणवीर से कहा कि उन्हें अपने माता-पिता के साथ किए गए व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए. साथ ही, यह भी बताया कि यह सभी टिप्पणियां एक ऑस्ट्रेलियाई शो Truth or Drink से प्रेरित थीं.

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