मणिशंकर अय्यर के बयान पर राजीव चन्द्रशेखर का जवाब, कहा- यह नया भारत है, किसी से डरेगा नही

    15 अप्रैल को 'चिल पिल' के साथ एक साक्षात्कार में, अय्यर ने कहा था कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम भी है इसलिए भारत को उनके साथ बातचीत करनी चाहिए. राजीव चंद्रशेखर ने अपनी पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी पर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि "यह एक नया भारत है जो डरेगा नहीं".

    Rajiv Chandrashekhars response to Mani Shankar Aiyars statement said This is new India will not be afraid of anyone
    Rajiv Chandrashekhar/ANI

    केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपनी पार्टी के नेता मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी पर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि "यह एक नया भारत है जो डरेगा नहीं".

    15 अप्रैल को 'चिल पिल' के साथ एक साक्षात्कार में, अय्यर ने कहा कि पाकिस्तान एक सम्मानित राष्ट्र है जिसके पास परमाणु बम भी है इसलिए भारत को उनके साथ बातचीत करनी चाहिए.

    इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चंद्रशेखर ने कहा, "चाहे मणिशंकर अय्यर हों या सैम पित्रोदा, यह कांग्रेस की विचारधारा और नीतियों का एक पैटर्न दिखाता है. वह (अय्यर) एक तरह से पाकिस्तान का जनसंपर्क कर रहे हैं. वह सुझाव दे रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान से डरना चाहिए और पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए. यह एक नया भारत है. यह किसी से नहीं डरेगा. मैं यह जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि राहुल उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ''गांधी की कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान के आतंकवाद की समर्थक बन गई है. मुझे यकीन है कि कांग्रेस पार्टी के नेता खुद को (ऐसी टिप्पणियों से) दूर कर रहे हैं.''

    इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने अय्यर की टिप्पणी पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि मणिशंकर अय्यर कांग्रेस के आधिकारिक रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.

    कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, "मणिशंकर अय्यर के पास कोई आधिकारिक पद नहीं है. इसलिए वह जो भी कहते हैं वह उनकी निजी राय है. कांग्रेस का ऐसा कोई रुख नहीं है. कांग्रेस इस पर कुछ नहीं बोल रही है."

    15 अप्रैल को चिल पिल के साथ एक साक्षात्कार में मणिशंकर अय्यर ने कहा, "पिछले दस वर्षों में भारत की ओर से पाकिस्तान तक पहुंचने का कोई प्रयास नहीं किया गया है. वे भी एक संप्रभु देश (पाकिस्तान) हैं. वे एक सम्मानित राष्ट्र हैं. आप उनके (पाकिस्तान) साथ कड़ी बात कर सकते हैं. लेकिन बातचीत शुरू करें. आप साथ चल रहे हैं. एक बंदूक जिससे आपको कुछ नहीं मिला, तनाव बढ़ रहा है और अगर कोई पागल व्यक्ति वहां आता है, तो देश का क्या होगा? हमारे पास भी परमाणु बम है, लेकिन अगर कोई पागल व्यक्ति लाहौर स्टेशन पर विस्फोट कर दे , तो आठ सेकेंड आठ क्षण के भीतर इसकी रेडियोधर्मिता अमृतसर पहुंच जाएगी."

    उन्होंने आगे कहा, "इसलिए आपको परमाणु बमों के इस्तेमाल को रोकना चाहिए. लेकिन, अगर आप उनके (पाकिस्तान) साथ बातचीत शुरू करते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं, तो उन्हें अपने परमाणु बम के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए. लेकिन अगर आप झिझकते हैं फिर कोई पागल आकर बम फोड़ देगा, फिर क्या होगा?"

    उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि 10 साल में पाकिस्तान तक पहुंचने का कोई प्रयास नहीं किया गया.

    कांग्रेस नेता ने कहा, "हमें यह समझना चाहिए कि 'विश्वगुरु' बनने के लिए, यह दिखाना महत्वपूर्ण है कि हम पाकिस्तान के साथ सभी द्विपक्षीय मुद्दों को हल करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. पाकिस्तान तक पहुंच बनाने के लिए पिछले दस वर्षों में सरकार की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया है.''

    इससे पहले 5 मई को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणी 'पीओके का भारत में विलय होगा' पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं और उसके पास परमाणु बम भी हैं जिनका वे इस्तेमाल करेंगे.

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