नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आज दूसरे चरण की वोटिंग हो रही है. इसमें कुल 13 राज्यों की 88 सीटें शामिल हैं. पहले चरण की वोटिंग में लगभग 6 फीसदी मतदान घटा था. वहीं अलग-अलग सीटों पर यह गिरावट 8-18 फीसदी तक थी. वहीं इस चरण में चुनाव आयोग समेत पीएम मोदी ने लोगों से मतदान करने की अपील की है. उम्मीद की जा रही है कि इस चरण में वोटिंग बढ़ेगी. वहीं जानना दिलचस्प है कि 2019 में इस फेज में कितनी सीटें बीजेपी और कितनी कांग्रेस समेत नॉन बीजेपी दलों के पास थीं.
गौरतलब है कि भारत 24 की एक रिपोर्ट जिसमें चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण के मतदान को लेकर एक चर्चा जोरों पर गरम है कि 2019 की तुलना में 2024 में वोटो में 4.6 फीसदी की बड़ी गिरावट हुई है. 2019 में जहां इन सीटों पर मतदान 69.9 फीसदी हुआ था, तो वहीं 2024 में यह 65.3 प्रतिशत ही रहा है. यानि 4.6 फीसदी की गिरावट. जो कि लगभग 76 लाख वोटर्स हैं जो वोट नहीं डालने निकले. 102 सीटों पर हुए मतदान में NDA उम्मीदवारों की सीटों पर यह गिरावट जहां दोगुनी रही यानि 5.9 फीसदी है, वहीं नॉन एनडीए (कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल) की सीटों पर यह गिरावट लगभग आधी, यानि 3.2 फीसदी रही है.
इसको लेकर चर्चा गरम थी कि वोटरों की दिलचस्पी इस चुनाव में कम हुई है और लोग एनडीए से निराश हैं इसलिए उसकी सीटों पर गिरावट ज्यादा है. वहीं बीजेपी नेताओं का कहना था कि हमारे मतदाता 400 पार आंकड़े को लेकर ज्यादा आश्वस्त हो गए इसलिए यह गिरावट है और जीत हमारी ही होगी.
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बीजेपी के नेतृत्व एनडीए ने पिछली बार 50, कांग्रेस ने जीती थीं 21 सीटें
पिछली बार यानि लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के पास जहां 50 सीटें थीं वहीं उसके सहयोगी दलों के पास 8 सीटें, जबकि कांग्रेस के पास 21 सीटें थीं. अन्य दलों ने 9 सीटें जीती थीं.
दूसरे फेज यानि आज 26 अप्रैल को 12 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में कुल 88 सीटों पर चुनाव हो रहा है. वैसे चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस फेज में 89 सीटों पर मतदान होना था लेकिन मध्य प्रदेश के बैतूल में बसपा प्रत्याशी के निधन के बाद 88 सीटों पर मतदान हो रहा है. इस खाली हुई सीट पर तीसरे फेज यानि 7 मई को चुनाव कराए जाएंगे.
16 करोड़ मतदाता, 34 लाख से ज्यादा लोग पहली बार करेंगे वोट
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस फेज में 88 लोकसभा सीटों पर 73 जनरल के उम्मीदवार, एसटी-6, एससी की 9 सीटें शामिल हैं. इसमें 16 लाख चुनावी अधिकारी और 1.67 लाख मतदान बूथ शामिल हैं. इस चरण में 16 करोड़ लोग वोट देने के पात्र हैं. इसमें 8.08 करोड़ पुरुष और 7.8 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं. और थर्ड जेंडर मतदाता 5,929 हैं. इसमें 34.8 लाख पहली बार वोट करने वाले मतदाता हैं. वहीं युवा मतदाता, जिनकी उम्र 20-29 साल है उनकी संख्या 3.28 करोड़ है.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक दूसरे चरमें 1,202 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें 1,098 पुरुष और 102 महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. 2 थर्ड जेंडर कैंडिडेट भी मैदान में उतरे हैं. 14.78 लाख मतदाता 85 प्लस वाले मतदाता हैं, जिसमें 42,226 मतदाता 100 साल के ऊपर वाले हैं. पर्सन विद डिसएबिलिटी (PwD) यानि दिव्यांग मतदाता 14.7 लाख हैं. इन्हें घर से वोट देने की सुविधा दी जा रही है.
वहीं इस चरण में सुरक्षा के लिहाज से चुनाव आयोग ने 3 हेलकॉप्टर्स और 4 स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की है. 80 हजार व्हीकल्स लगाए हैं.
दूसरे चरण में मैदान में सबसे ज्यादा उम्मीदवार BJP, फिर कांग्रेस के
आज दूसरे चरण में हो रहे मतदान के लिए सबसे ज्यादा 69 उम्मीदवार भाजपा के हैं, जबकि कांग्रेस के 68 उम्मीदवार हैं. वहीं सीपीआई के 5, जेडीयू के 5 सपा के 4 उम्मीदवार मैदान में हैं. शिवसेना उद्धव गुट के 4 और शिवसेना शिंदे गुट के 4 उम्मीदवार मैदान में हैं.
इस चरण में भाजपा नेता हेमा मालिनी, मेरठ से अरुण गोविल, तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई दिग्गजों की चर्चित सीटें शामिल हैं.
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पहले चरण में विशेषज्ञ ने माना कि वोटरों में उत्साह घटा
राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने एक यूट्यूब चैनल से बात करते हुए कहा था, "कहने को तो पूरे देश में सभी जगह वोट गिरा है. लेकिन जहां-जहां बीजेपी या एनडीए का बोलबाला है वहां-वहां मतदान ज्यादा गिरा है. क्योंकि देश ने मोदी की 2014, 2019 की दो लहर देखी है. इन दोनों लहरों में वोटिंग टर्नअआट बढ़ रहा था, लेकिन तीसरे चुनाव यानि 2024 में वोट गिर रहे हैं. राजस्थान में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद, लोकसभा चुनाव में इतनी बड़ी गिरावट है. यहां 2018 में भी विधानसभा के चुनाव हुए थे उसके बाद 2019 में लोकसभा के चुनाव हुए थे, लेकिन उस बार गिरावट 6 या 7 प्रतिशत थी, वहीं इस बार 18 फीसदी की गिरावट है."
यूपी और पश्चिम बंगाल में भी वोट प्रतिशत में गिरावट
वहीं पहले चरण में यूपी की 8 सीटों पर हुए चुनाव में, जिन पर पिछली बार की तुलना में लगभग 7 फीसदी वोट कम पड़े हैं. यहां अलग-अलग सीटों पर 5 से लेकर 8 फीसदी तक वोटों की गिरावट है.
ये बड़ी अहम बात है कि पश्चिम बंगाल की जिन सीटों पर वोटों की गिरावट हुई है वे सभी अभी भाजपा के पास हैं. इनमें अलीपुर, कूच बिहार, जलपाईगुड़ी सीट शामिल है.
पश्चिम बंगाल की इन तीन सीटों पर वोटों की गिरावट पर योगेंद्र यादव ने कहा था, "अलीपुर, कूच बिहार, जलपाईगुड़ी बीजेपी का गढ़ है. वहां 7 फीसदी की गिरावट हुई है, जो कि सत्ताधारी पार्टी के लिए चिंता का विषय है. यह सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ एक झलक लगती है."
बता दें कि देश की कुल 543 सीटों पर 7 चरणों में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल हो चुका है दूसरे चरण का मतदान आज 26 अप्रैल को हो रहा है और तीसरा चरण में 94 सीटों पर 7 मई को, चौथे चरण में 96 सीटों पर 13 मई को, पांचवे चरण में 20 मई को 49 सीटों पर, छठा चरण 25 मई को 57 सीटों पर मतदान और आखिरी 7वें चरण का मतदान 1 जून होगा.
नतीजे 4 जून को आएंगे.
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