Satwiksairaj Rankireddy & Chirag Shetty: हर बार जब कोई भारतीय खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उतरता है, तो सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि पूरा देश खेलता है. वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारत को गर्व करने का एक और मौका मिला है.
देश की दमदार जोड़ी सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने सेमीफाइनल में पहुंचकर कम से कम एक पदक पक्का कर लिया है, जबकि दूसरी ओर भारत की अनुभवी खिलाड़ी पीवी सिंधु पदक की दौड़ से बाहर हो गईं.
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने रच दिया नया इतिहास
जो खिलाड़ी कभी सिर्फ एक उभरती हुई जोड़ी माने जाते थे, अब दुनिया की सबसे खतरनाक जोड़ियों में गिने जाते हैं. सात्विक और चिराग ने पुरुष डबल्स में मलेशिया की आरोन चिया और सोह वूई यिक की जोड़ी को 21-12, 21-19 से हराकर न सिर्फ सेमीफाइनल में एंट्री मारी, बल्कि पुरानी हार का हिसाब भी चुकता किया.
याद दिला दें कि यही मलेशियाई जोड़ी 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप और पेरिस ओलंपिक में भारत की राह में रोड़ा बनी थी. इस बार सात्विक-चिराग ने पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ उन्हें मात देकर साफ संकेत दे दिया है, "हम सिर्फ खेलने नहीं, जीतने आए हैं!" अब यह जोड़ी अपने पिछले कांस्य पदक की चमक को सोने या चांदी में बदलने के इरादे से सेमीफाइनल में उतरेगी.
पीवी सिंधु की हार, पर हौसले बुलंद
जहां एक ओर नई जीतों की कहानी लिखी जा रही है, वहीं पीवी सिंधु का छठा वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया. क्वार्टरफाइनल में इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वर्दानी के खिलाफ तीन गेम तक चले कड़े मुकाबले में सिंधु को 14-21, 21-13, 16-21 से हार मिली.
सिंधु ने राउंड ऑफ-16 में चीन की नंबर-2 खिलाड़ी वांग जी यी को हराकर एक बार फिर बता दिया कि उनकी गिनती दिग्गजों में क्यों होती है. लेकिन क्वार्टरफाइनल में किस्मत और लय दोनों उनका साथ नहीं दे सके.
एक पदक पक्का, उम्मीदें बाकी
जहां सिंधु की हार थोड़ी मायूसी लेकर आई, वहीं सात्विक-चिराग की जोड़ी की जीत ने हर भारतीय खेल प्रेमी को नई उम्मीद दी है. सेमीफाइनल में ये जोड़ी अपने पहले गोल्ड की ओर कदम बढ़ा चुकी है.
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