दुनिया के 10 सबसे घातक और एडवांस्ड लड़ाकू विमान, जानिए कौन है सबसे आगे; F-35 तो गयो!

    आज की लड़ाइयां केवल जमीन पर नहीं लड़ी जातीं. आधुनिक युग में आसमान की लड़ाई ही असली निर्णायक शक्ति बन चुकी है. हर देश चाहता है कि उसके पास ऐसा लड़ाकू विमान हो, जो दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला कर सके.

    world 10 most deadly advanced fighter planes
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    आज की लड़ाइयां केवल जमीन पर नहीं लड़ी जातीं. आधुनिक युग में आसमान की लड़ाई ही असली निर्णायक शक्ति बन चुकी है. हर देश चाहता है कि उसके पास ऐसा लड़ाकू विमान हो, जो दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला कर सके और फिर सुरक्षित लौट भी आए. स्टील्थ तकनीक, सुपरसोनिक गति और मल्टीरोल क्षमताओं से लैस ये विमान किसी भी वायुसेना की रीढ़ होते हैं.

    आइए जानते हैं दुनिया के 10 सबसे शक्तिशाली और एडवांस्ड फाइटर जेट्स के बारे में, जो आज भी किसी भी मिशन को अंजाम देने में सबसे आगे हैं.

    1. सुखोई Su-57 (रूस) – स्टील्थ और फुर्ती का धाकड़ मेल

    रूस का Su-57 ‘फेलन’ आज का सबसे दमदार फाइटर जेट माना जा रहा है. यह 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर है, जो अपनी जबरदस्त मैनुवरबिलिटी और दो मैक (Mach 2) की स्पीड से दुश्मन को हैरान कर सकता है. इसकी कीमत लगभग 50 मिलियन डॉलर है, जो इसे किफायती भी बनाती है. रूसी वायुसेना में फिलहाल इसके 22 यूनिट सेवा में हैं.

    2. लॉकहीड मार्टिन F-35 लाइटनिंग II (अमेरिका) – अदृश्य शक्ति की मिसाल

    अमेरिका का F-35 दुनिया का सबसे उन्नत स्टील्थ फाइटर है. इसका रडार क्रॉस सेक्शन इतना कम है कि इसे पकड़ पाना लगभग नामुमकिन है. यह मल्टीरोल क्षमताओं से लैस है और दुनिया के 15 से ज्यादा देशों की वायुसेना इसका इस्तेमाल कर रही हैं. हालांकि यह Su-57 जितना तेज नहीं है, फिर भी तकनीकी मामलों में यह आगे है.

    3. चेंगदू J-20 माइटी ड्रैगन (चीन) – चीन की हवाई ताकत

    J-20 चीन का पहला 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर है. इसे लंबी दूरी के मिशनों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. यह तकनीकी रूप से काफी एडवांस है, लेकिन इसकी डिजाइन और कुछ सिस्टम F-22 और F-35 से प्रेरित माने जाते हैं. चीन के पास इसके 200 से ज्यादा यूनिट हैं.

    4. F-22 रैप्टर (अमेरिका) – सबसे गुप्त लेकिन महंगा

    F-22 आज भी दुनिया के सबसे फुर्तीले और स्टील्थ लड़ाकू विमानों में गिना जाता है. इसका रडार क्रॉस सेक्शन बहुत ही कम है. हालांकि, इसकी कीमत काफी ज्यादा है – लगभग 140 मिलियन डॉलर प्रति यूनिट. इसके केवल 178 यूनिट ही बनाए गए थे, जो अब अमेरिकी वायुसेना में सेवा दे रहे हैं.

    5. F-15EX ईगल II (अमेरिका) – भारी हथियारों का उड़ता प्लेटफॉर्म

    F-15EX स्टील्थ नहीं है, लेकिन इसकी पेलोड क्षमता 30,000 पाउंड से ज्यादा है. यह 2.5 मैक की गति से उड़ सकता है और दुश्मन को सीधी टक्कर देता है. इसमें 20 से अधिक एयर-टू-एयर मिसाइलें एक साथ ले जाने की क्षमता है.

    6. F-16 फाइटिंग फाल्कन (अमेरिका) – सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला फाइटर

    The Ink Post के मुताबिक, F-16 आज भी दुनिया का सबसे अधिक तैनात किया जाने वाला फाइटर जेट है. इसका निर्माण 1970 के दशक में हुआ था, लेकिन अपग्रेड के चलते यह आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है. ब्लॉक 70/72 जैसे नए वर्जन इसे और आधुनिक बना रहे हैं.

    7. सुखोई Su-35 (रूस) – बिना स्टील्थ के भी सबसे घातक

    Su-35 स्टील्थ नहीं है, लेकिन इसकी मैनुवरबिलिटी और थ्रस्ट वेक्टरिंग इसे डॉगफाइट में बहुत ही घातक बनाते हैं. यह लंबी दूरी की गश्त और हवाई नियंत्रण मिशनों के लिए बेहतरीन है.

    8. यूरोफाइटर टाइफून (यूरोप) – यूरोप की वायुशक्ति का प्रतीक

    टाइफून एक मल्टीरोल फाइटर है, जिसे शुरू में हवाई श्रेष्ठता के लिए डिज़ाइन किया गया था. समय के साथ इसमें ड्रोन इंटीग्रेशन, डिजिटल कॉकपिट और एडवांस कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएं जोड़ी गईं हैं.

    9. F/A-18E/F सुपर हॉर्नेट (अमेरिका) – समुद्र से उड़ान भरने वाला योद्धा

    सुपर हॉर्नेट अमेरिकी नौसेना के लिए डिजाइन किया गया मल्टीरोल फाइटर है. यह विमानवाहक पोत से उड़ान भर सकता है और 17,750 पाउंड का पेलोड ले जाने में सक्षम है. इसकी कीमत लगभग 73 मिलियन डॉलर है.

    10. डसॉल्ट राफेल (फ्रांस) – फ्रांस और भारत की भरोसेमंद पसंद

    राफेल एक ‘ऑम्निरोल’ लड़ाकू विमान है, यानी यह सभी तरह के मिशनों को एक साथ अंजाम दे सकता है. इसमें अत्याधुनिक सेंसर, एवियोनिक्स और स्पेक्ट्रा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम शामिल हैं. भारत जैसे देश इसकी बहुचर्चित क्षमताओं का लाभ उठा रहे हैं.

    ये भी पढ़ेंः 2025 में कौन है दुनिया का सबसे बड़ा हथियार खरीदार? जानें ग्लोबल डिफेंस रेस में कहां पहुंचा भारत?