Shoorveer Surat Conclave: इस खास कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह ने शिरकत की. उनसे सुरत की सुरक्षा को लेकर खास-बातचीत हुई. उन्होंने बताया कि किस तरह दूसरे शहरों से भी लोग आकर सूरत में लोग यहां व्यापार करते हैं. उन्होंने कहा कि सूरत की पहचान आर्थिक राजधानी की तरह इसकी पहचान की जाती है. इसकी सबसे खुबसूरत बात ही यही है कि देश के 28 राज्यों से लगभग 40-45 लाख लोग यहां रहते हैं. यहां लोग हर कोई सेफ महसूस करता है. फिर चाहे महिलाएं ही क्यों न हो.
क्या देर रात तक बाहर घूम सकती हैं महिलाएं?
अक्सर हर राज्य से महिलाओं की सुरक्षा अहम मुद्दा और सवाल रहता है. इस कार्यक्रम में इसी मुद्दे पर कमिश्नर अनुपम सिंह ने खुलकर बात की और बताया कि क्या सूरत में महिलाएं सेफ हैं? क्या रात में महिलाएं बिना किसी डर के बाहर घूम सकती हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ‘किसी भी समाज का आईना वहां की महिलाओं की सेफ्टी पर निर्भर करती है. पुलिस के लिए सबसे बड़ा चैलेंज जो होता है वो सेफ्टी ऑफ वुमेन और बच्चों का होता है. उन्होंने कहा कि इन दोनों की सिक्योरिटी हमारी टॉपमोस्ट प्रायोरिटी होती हैं.’
उन्होंने कहा कि हमारे शहर में लाखों की संख्या में बाहर से लोग आते हैं, तो यहां दिन-रात शिफ्ट चलती रहती है, तो लोग दिनभर आते-जाते रहते हैं. पुलिस नाइट में सेफ्टी को लेकर काफी ज्यादा कंसर्न रहते हैं. उन्होंने बताया कि रात में सबसे ज्यादा एक्टिव रहना होता है. कड़ी निगरानी रहती है. कई इलाकों में नाकाबंदी करके वाहनों की चेकिंग की जाती है. अगर क्रिमनील आए भी तो ये पहले ही सतर्क हो जाए कि पुलिस चारों और पहरा दे रही है. महिलाएं भी अगर रात में बाहर निकलें तो उन्हें लगे कि हम लोग सेफ हैं और सुरक्षित हैं.
महिलाओं को किया जाता है अवेयर
कमिश्नर अनुपम सिंह ने बताया कि हमारी जो सी टीम है, वो ऐसी महिलाएं, बहनों से मिलती रहती हैं जो लेवर क्लास, स्कूल, कॉलोनी में अगर उन्हें कोई तंग कर रहा है, या किसी भी तरहसे परेशानी उनके लिए खड़ी करर रहा है. इसके लिए वह त्वरित पुलिस से शिकायत करें. इतना ही नहीं इसके बाद सुबह जल्दी 5 बजे से 8 बजे तक भी ये अवेयरनेस जब महिलाएं मंदिर, वॉक करने जाती हैं, तो उन्हें अवेयर किया जाता है. इस तरह का सिस्टम हमने बनाया हुआ है. ताकी महिलाएं और बहनों को ये महसूस हो कि वह यहां सुरक्षित हैं.
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