गर्मी में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले होती है ज्यादा थकान, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान, इससे कैसे बचें

    गर्मी का मौसम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन कई अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि महिलाओं को इस मौसम में पुरुषों की तुलना में अधिक थकान, कमजोरी और चिड़चिड़ापन महसूस होता है.

    Why do women get more tired than men in summer?
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- FreePik

    गर्मी का मौसम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन कई अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि महिलाओं को इस मौसम में पुरुषों की तुलना में अधिक थकान, कमजोरी और चिड़चिड़ापन महसूस होता है. इसके पीछे केवल वातावरण ही नहीं, बल्कि शारीरिक, हार्मोनल और सामाजिक कारण भी हैं जो पुरुषों और महिलाओं के अनुभवों को अलग बनाते हैं.

    1. हार्मोनल उतार-चढ़ाव की भूमिका

    महिलाओं की शारीरिक रचना में हार्मोनल चक्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) जैसे चरणों में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे ऊर्जा का स्तर प्रभावित होता है. गर्मी के मौसम में यह प्रभाव और भी अधिक तीव्र हो जाता है, जिससे महिलाओं को थकावट, चक्कर और कमजोरी की शिकायत अधिक होती है.

    2. नींद की गुणवत्ता और ज़रूरत

    महिलाओं को बेहतर कार्यक्षमता और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए पुरुषों की तुलना में औसतन कुछ मिनट अधिक नींद की आवश्यकता होती है. लेकिन आधुनिक जीवनशैली, कार्य-घरों की दोहरी जिम्मेदारी और हार्मोनल असंतुलन के कारण उनकी नींद अक्सर बाधित होती है. शोध से पता चलता है कि महिलाओं की जैविक घड़ी (circadian rhythm) पुरुषों की तुलना में थोड़ी अलग होती है, जिससे उनकी नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, खासकर गर्मियों में जब तापमान ज्यादा होता है.

    3. डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन

    गर्मी में शरीर से पसीने के जरिए बड़ी मात्रा में पानी और जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे सोडियम, पोटेशियम) बाहर निकलते हैं. यदि यह संतुलन ठीक से न बना रहे, तो थकान, मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी हो सकती है. महिलाओं में यह असंतुलन अधिक असर करता है, खासकर तब जब उनकी डाइट में पर्याप्त तरल पदार्थ या मिनरल्स नहीं होते.

    4. एनीमिया और अन्य चिकित्सीय स्थितियां

    भारत में बड़ी संख्या में महिलाएं एनीमिया (खून की कमी) से ग्रस्त हैं. यह स्थिति गर्मियों में और अधिक कष्टदायक हो सकती है क्योंकि शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और व्यक्ति जल्दी थक जाता है. इसके अलावा थायरॉइड, क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम (CFS) जैसी स्थितियां भी गर्मी के मौसम में लक्षणों को बढ़ा सकती हैं.

    5. मानसिक और सामाजिक दबाव

    महिलाएं अक्सर एक साथ कई जिम्मेदारियों को संभालती हैं- घर, बच्चों की देखभाल, ऑफिस और सामाजिक भूमिकाएं. लगातार सक्रिय रहने के कारण उनका मानसिक और शारीरिक थकान स्तर अधिक होता है, जो गर्मी जैसे तनावपूर्ण मौसम में और बढ़ जाता है.

    कैसे रखें अपना ध्यान?

    गर्मियों में थकान और कमजोरी से बचने के लिए कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं:

    • पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ लें: नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ और मौसमी फलों का रस शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं.
    • हल्का और संतुलित आहार लें: खीरा, तरबूज, खरबूजा जैसे जलयुक्त खाद्य पदार्थ फायदेमंद हैं.
    • भरपूर नींद और आराम सुनिश्चित करें: दिनचर्या में मेडिटेशन और रिलैक्सेशन तकनीक शामिल करें.
    • तेज धूप से बचें: सुबह जल्दी या देर शाम ही वॉकिंग या व्यायाम करें.
    • ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें: यह शरीर को ठंडा रखने में सहायक होता है.
    • जरूरत हो तो मेडिकल जांच करवाएं: थकान लंबे समय तक बनी रहे तो एनीमिया, थायरॉइड आदि की जांच जरूरी हो सकती है.

    Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी अलग-अलग खबरों पर आधारित है. Bharat 24 इसमें लिखी बातों की पुष्टि या समर्थन का दावा नहीं करता है.

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