इजराइली हमले में 125 की मौत, जानें क्या है 'गिदोन चैरियट्स' ऑपरेशन जिससे गाजा में फिर से मची तबाही?

    मध्य-पूर्व की जंग एक बार फिर खौफनाक मोड़ पर पहुंच गई है. रविवार को इजराइली वायुसेना द्वारा गाजा में किए गए हवाई हमलों में 125 से अधिक लोगों की जान चली गई.

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    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    गाज़ा: मध्य-पूर्व की जंग एक बार फिर खौफनाक मोड़ पर पहुंच गई है. रविवार को इजराइली वायुसेना द्वारा गाजा में किए गए हवाई हमलों में 125 से अधिक लोगों की जान चली गई. यह हमला पिछले दो महीनों में सबसे भीषण बताया जा रहा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहत शिविर और नागरिक बस्तियों को भी निशाना बनाया गया, जिससे घबराए लोग सड़कों पर शरण लेने को मजबूर हो गए.

    'गिदोन चैरियट्स' ऑपरेशन

    इजराइल ने 5 मई को ‘गिदोन चैरियट्स’ नाम से एक नया सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य हमास को पूरी तरह खत्म करना बताया गया है. इस अभियान के तहत बीते चार दिनों से गाजा में लगातार हमले तेज हो गए हैं. अकेले पिछले चार दिन में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

    इजराइल सरकार ने साफ कर दिया है कि ये ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक कि हमास की पूरी सैन्य संरचना ध्वस्त नहीं हो जाती.

    पांच लाख लोग भुखमरी के कगार पर

    युद्ध के कारण गाज़ा में हालात दिन-ब-दिन और भयावह होते जा रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र की 12 मई को जारी रिपोर्ट के अनुसार, गाजा की करीब 5 लाख आबादी भुखमरी की चपेट में है, और यदि हालात नहीं सुधरे तो यहां अकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है.

    UN के अनुसार, हर पांच में से एक व्यक्ति गंभीर कुपोषण का शिकार हो सकता है, जबकि संपूर्ण आबादी को भोजन, पानी और दवाइयों की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है.

    खाद्यान्न गोदाम पास, लेकिन रास्ते बंद

    ग़ौरतलब है कि गाज़ा से महज 40 किमी दूर इज़राइल, मिस्र और जॉर्डन के गोदामों में पर्याप्त खाद्यान्न मौजूद है. फिर भी ये मदद वहां तक नहीं पहुंच पा रही है. वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) के अनुसार, उनके गाजा स्थित स्टोर्स खाली हो चुके हैं और अब वे 10 लाख की जगह सिर्फ 2 लाख लोगों तक ही खाना पहुंचा पा रहे हैं.

    WFP के क्षेत्रीय निदेशक एंटोनी रेनार्ड ने चेतावनी दी कि अगर मौजूदा नाकेबंदी नहीं हटी, तो लाखों लोगों की जान संकट में पड़ जाएगी.

    अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता:

    बढ़ते संकट को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अरब लीग ने इजराइल से तत्काल राहत आपूर्ति की अनुमति देने और युद्धविराम की दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की है.

    • इराक की राजधानी बगदाद में आयोजित अरब लीग शिखर सम्मेलन में कई देशों ने गाज़ा की स्थिति पर चिंता जताई.
    • स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने नरसंहार रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने की बात कही.
    • UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दो टूक कहा: "हमें अब स्थायी युद्धविराम की जरूरत है. बार-बार जबरन विस्थापन अब स्वीकार्य नहीं है."
    • मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने अमेरिकी नेतृत्व से स्थिति में हस्तक्षेप करने की अपील की.
    • इराक़ के प्रधानमंत्री मोहम्मद अल-सुदानी ने ‘अरब फंड फॉर गाज़ा रिबिल्डिंग’ का समर्थन करते हुए 20 मिलियन डॉलर की सहायता देने की घोषणा की.

    61 हज़ार से ज्यादा लोगों की मौत

    अक्टूबर 2023 से शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक 61,000 से अधिक जानें जा चुकी हैं. लेकिन न तो हमास का अस्तित्व समाप्त हुआ है, और न ही इजराइल की सैन्य कार्रवाई में कोई ढील आई है. गाज़ा के नागरिक बुरी तरह से पिस रहे हैं—जहां न खाना है, न पानी, न दवा और न ही सुरक्षित शरण.

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