नई दिल्ली/लंदन: 36 वर्षीय विराट कोहली, जिन्होंने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया, आखिरकार अपने संन्यास के पीछे की वजह खुद साझा की. लंदन में आयोजित एक इवेंट में विराट ने पहली बार अपने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के फैसले पर बात की — एक ऐसा फैसला, जिसने लाखों फैन्स की आंखें नम कर दीं.
यह कार्यक्रम पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह की संस्था YouWeCan Foundation की ओर से आयोजित डिनर पार्टी था, जिसमें विराट समेत कई जाने-माने क्रिकेटर्स और सेलेब्रिटी मेहमान शामिल हुए. वहां जब होस्ट गौरव कपूर ने उनसे कहा कि लोग उन्हें मैदान पर बहुत मिस करते हैं, तो कोहली ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, "मैंने दो दिन पहले अपनी दाढ़ी में कलर किया था. जब आपको हर चार दिन में दाढ़ी रंगनी पड़े, तो समझ आता है कि अब रिटायरमेंट का समय आ गया है."
यह हल्के-फुल्के अंदाज में कही गई बात, असल में एक गहरी सच्चाई को बयां कर रही थी- उम्र, अनुभव और सही समय पर विदा लेने की समझ.
123 टेस्ट, 9230 रन, और एक विरासत
विराट कोहली का टेस्ट करियर आंकड़ों से कहीं ज्यादा एक प्रेरणा है. उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9230 रन, 30 शतक और 31 अर्धशतक के साथ एक ऐसी विरासत बनाई, जिसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी.
2014 में कप्तान बनने के बाद उन्होंने 68 टेस्ट में भारत की अगुवाई की, जिनमें से 40 मैचों में भारत ने जीत दर्ज की — एक शानदार 58.82% जीत प्रतिशत के साथ.
विराट की कप्तानी में हर घरेलू टेस्ट सीरीज जीती
जहां कई दिग्गज कप्तानों को घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा, वहीं कोहली ने इस मोर्चे पर शत-प्रतिशत सफलता पाई. उन्होंने भारत में खेली गई सभी 11 टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की — एक ऐसा रिकॉर्ड जो उन्हें टेस्ट इतिहास के महानतम कप्तानों की श्रेणी में ला खड़ा करता है.
उनकी कप्तानी की शुरुआत 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई थी, जब भारत ने सीरीज 3-0 से अपने नाम की. इसके बाद उन्होंने घरेलू धरती पर पीछे मुड़कर नहीं देखा.
ICC ट्रॉफी नहीं, पर दिलों की जीत जरूर
विराट ने भले ही बतौर टेस्ट कप्तान कोई ICC टूर्नामेंट न जीता हो, लेकिन उनके नेतृत्व में भारतीय टीम का जो आत्मविश्वास, फिटनेस कल्चर और आक्रामकता उभरी, उसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया. टेस्ट को सम्मान दिलाने वाले कोहली ने उसे फिर से युवाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया.
सिर्फ टेस्ट ही नहीं, टी-20 को भी कहा अलविदा
विराट कोहली ने 29 जून 2024 को टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया था.
हालांकि वो अभी वनडे क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे और IPL में भी सक्रिय हैं. इसी साल उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हुए IPL ट्रॉफी अपने नाम की — एक सपना जो 2008 से उनके साथ था.
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