Vanshika Saini: हर साल सैकड़ों भारतीय छात्र उच्च शिक्षा और बेहतर करियर की तलाश में विदेशों का रुख करते हैं. पढ़ाई की नई शुरुआत के साथ वे बड़े सपनों और उम्मीदों को अपने साथ लेकर जाते हैं. लेकिन, कभी-कभी किस्मत इतनी बेरहम हो जाती है कि सपनों से सजा सफर, अचानक एक त्रासदी में बदल जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ पंजाब की वंशिका सैनी के साथ, जो कनाडा में पढ़ाई कर रही थीं और बीते कुछ दिनों से लापता थीं. अब उनकी मौत की खबर ने पूरे परिवार और समुदाय को सदमे में डाल दिया है.
करियर के सपनों के साथ कनाडा पहुंची थी वंशिका
वंशिका सैनी, पंजाब के मोहाली जिले के डेराबस्सी की रहने वाली थीं. 12वीं के बाद उन्होंने कनाडा में हेल्थ सेक्टर में डिप्लोमा कोर्स के लिए एडमिशन लिया था. बीते ढाई साल से वे ओटावा में रह रही थीं और हाल ही में अपने कोर्स का अंतिम पेपर पास भी कर चुकी थीं. वंशिका ने पढ़ाई के साथ एक कॉल सेंटर में पार्ट-टाइम नौकरी भी शुरू कर दी थी. उनका सपना हेल्थकेयर के क्षेत्र में एक मजबूत करियर बनाना था.
लापता होने के बाद बरामद हुआ शव
25 अप्रैल की रात को वंशिका एक नया कमरा तलाशने के लिए निकली थीं, लेकिन इसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया. उनका मोबाइल फोन भी बंद हो गया. ओटावा इंडो-कैनेडियन एसोसिएशन ने उनकी गुमशुदगी की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी थी. दुर्भाग्यवश, चार दिन बाद उनका शव बरामद किया गया. कनाडा स्थित भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को पुष्टि की कि वंशिका अब इस दुनिया में नहीं रहीं. फिलहाल, पुलिस मौत के कारणों की जांच कर रही है और उनका मोबाइल अभी तक बरामद नहीं हो पाया है.
वंशिका के पिता, दविंदर सैनी, जो आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता हैं, ने इस मौत को संदिग्ध करार दिया है. उन्होंने बताया कि बेटी से आखिरी बार बात 22 अप्रैल को हुई थी, उसके बाद से उसका फोन लगातार स्विच ऑफ आ रहा था.
कनाडा में बढ़ रही भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर चिंता
वंशिका की मौत से पहले भी हाल के दिनों में दो अन्य भारतीय छात्रों की कनाडा में मौत हो चुकी है. एक घटना में 21 साल की हरसिमरत रंधावा एक बस स्टॉप पर फायरिंग की चपेट में आ गईं, जबकि दूसरी घटना में रॉकलैंड में एक भारतीय युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी.
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