Rozgaar Mahakumbh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लिए रविवार का दिन इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया, जब एक साथ 60,244 युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए. इस भव्य आयोजन ने न केवल रिकॉर्ड बनाए, बल्कि हजारों घरों में उम्मीद और विश्वास की एक नई किरण भी जगा दी.
‘रोजगार महाकुंभ’ – जहां सपने हुए साकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित यह रोजगार महाकुंभ सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने वाला एक आंदोलन था. जैसे ही युवाओं को मंच से नियुक्ति पत्र मिला, आंखों में चमक, चेहरे पर मुस्कान और दिल में आत्मविश्वास दिखा मानो वर्षों की मेहनत रंग लाई हो.
6 ब्लॉक्स में बांटा गया आयोजन
योजनाबद्ध ढंग से पूरे कार्यक्रम को 6 ब्लॉकों में विभाजित किया गया था ताकि भीड़ को संभालना आसान हो और हर युवा को सही समय पर उसका नियुक्ति पत्र मिल सके. हर ब्लॉक में 3–4 मंडल शामिल किए गए और इन पर निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त किए गए थे. ब्लॉक A से F तक आगरा से लेकर मेरठ तक के युवा शामिल थे. सरकार की ओर से हर जिले के लिए अलग-अलग हेल्प डेस्क, मार्गदर्शन और दस्तावेज़ सत्यापन की व्यवस्था भी की गई थी.
अनुशासन का अद्भुत उदाहरण
इतनी विशाल भीड़ और फिर भी अद्भुत अनुशासन यही इस आयोजन की सबसे बड़ी खासियत रही. एक जैसी ड्रेस में कतारबद्ध युवा, सुनियोजित प्रवेश और शांतिपूर्ण वातावरण ने दिखा दिया कि अगर इच्छाशक्ति हो तो कोई भी आयोजन सफल बनाया जा सकता है.
गर्मी में भी नहीं टूटा जोश
तेज़ धूप और उमस के बावजूद युवाओं का उत्साह देखने लायक था. सरकार की ओर से पानी, छाया, प्राथमिक चिकित्सा और मेडिकल टीम की पूरी व्यवस्था पहले से मौजूद थी. खुद मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले स्थल का निरीक्षण किया और सुविधाएं सुनिश्चित कीं.
एक नई शुरुआत की दस्तक
यह आयोजन सिर्फ नौकरी बांटने का नहीं, बल्कि लाखों परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास था. योगी सरकार पहले भी लाखों युवाओं को शिक्षक, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी और अन्य विभागों में नियुक्त कर चुकी है, लेकिन यह आयोजन संख्या और प्रबंधन दोनों में सबसे बड़ा साबित हुआ.
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