Bareilly News: महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश में एक नई और साहसिक शुरुआत की गई है. बरेली पुलिस ने ऐसा कदम उठाया है जो न केवल सुरक्षा को लेकर ठोस संदेश देता है, बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक बन गया है. ‘वीरांगना यूनिट’, यानी महिला कमांडो की एक खास टीम अब बरेली की सड़कों पर तैनात है, जो हर मुश्किल वक्त में बेटियों के साथ खड़ी मिलेगी.
हाईटेक ट्रेनिंग और जबरदस्त तैयारी
इस यूनिट में 8 विशेष रूप से चयनित महिला सिपाहियों को शामिल किया गया है. इन्हें वेपन्स हैंडलिंग, मार्शल आर्ट, सेल्फ डिफेंस, सर्विलांस और क्राइम एनालिसिस जैसी आधुनिक ट्रेनिंग दी गई है. ये महिलाएं अब न सिर्फ अपराधियों का डटकर मुकाबला कर सकेंगी, बल्कि शहर की बेटियों को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित भी करेंगी.
इस पूरे मिशन की अगुवाई कर रही हैं एसपी साउथ अंशिका वर्मा, जिनकी पहल और निजी निगरानी में यह यूनिट तैयार हुई. उन्होंने प्रशिक्षण से लेकर ऑपरेशन तक हर स्टेप पर खुद मौजूद रहकर महिला कमांडो को मार्गदर्शन दिया. अंशिका वर्मा का मानना है कि "यह यूनिट सिर्फ सुरक्षा नहीं, आत्मविश्वास की भावना भी बढ़ाएगी."
संवेदनशील इलाकों में करेगी गश्त
वीरांगना यूनिट को कॉलेजों, बाजारों, सार्वजनिक स्थानों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर लगातार निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी गई है. छेड़छाड़, झपटमारी जैसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करना, नशा विरोधी अभियान चलाना, और त्योहारों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करना इस यूनिट की मुख्य जिम्मेदारियों में शामिल होगा.
बरेली से बनेगी पूरे प्रदेश के लिए मिसाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस यूनिट का शुभारंभ करते हुए इसे प्रदेश के अन्य जिलों के लिए एक आदर्श मॉडल बताया. उन्होंने कहा कि "महिलाओं की सुरक्षा तभी सुनिश्चित हो सकती है जब महिलाएं खुद उस व्यवस्था का हिस्सा बनें." वीरांगना यूनिट उसी दिशा में एक क्रांतिकारी शुरुआत है.
बेटियों को मिला भरोसा
बरेली की यह यूनिट न केवल एक सुरक्षा दस्ते के रूप में काम करेगी, बल्कि सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर लड़कियों और महिलाओं को यह भरोसा दिलाएगी कि वे अकेली नहीं हैं. अब पुलिस सिर्फ एक सिस्टम नहीं, बल्कि उनका सहारा भी है.
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