उत्तर प्रदेश में बुधवार शाम मौसम ने अचानक करवट ले ली. कई जिलों में तेज आंधी और बारिश के साथ ओले भी गिरे. सबसे ज्यादा असर सहारनपुर से ललितपुर तक के इलाकों में देखा गया. मौसम की इस तबाही में अब तक 22 लोगों की जान चली गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर शोक जताया है और मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाए और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
किसानों की फसलें भी बर्बाद
अचानक हुई बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में पानी भर गया है, जिससे खासकर गेहूं की फसल सड़ने का खतरा बढ़ गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे तक मौसम में बदलाव बने रहने की चेतावनी दी है. इस दौरान तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है.
तबाही का आंकड़ा
राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, 10 अप्रैल को प्रदेश में कुल 22 लोगों की मौत, 45 पशुओं की हानि और 15 मकानों को नुकसान पहुंचा है.
सबसे ज्यादा मौतें:
मकानों को नुकसान
गाजीपुर, सुल्तानपुर और लखीमपुर खीरी में 2-2 मकानों को नुकसान पहुंचा है, जबकि बलिया, गोंडा, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, गोरखपुर, औरैया, हरदोई, लखनऊ और मऊ में 1-1 मकान आंशिक या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
सरकार की ओर से राहत की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की मदद के अलावा पशुहानि पर भी मुआवजे का ऐलान किया है:
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि घायलों का इलाज ठीक से कराया जाए और उन्हें हरसंभव मदद दी जाए. उन्होंने प्रशासन को हर प्रभावित परिवार तक तुरंत राहत पहुंचाने के सख्त निर्देश दिए हैं.
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