UN में खुल गया काला चिट्ठा, पहलगाम हमला किसने कराया? भारत ने सबूत के साथ पाकिस्तान-TRF को धो डाला!

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद अब भारत ने इस हमले की साजिश रचने वाले संगठनों की पोल संयुक्त राष्ट्र (UN) में खोल दी है.

    UN on Pahalgam attack India Pakistan-TRF
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: ANI

    पाकिस्तान पर एक और कूटनीतिक वार करते हुए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को वैश्विक मंच तक पहुंचा दिया है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद अब भारत ने इस हमले की साजिश रचने वाले संगठनों की पोल संयुक्त राष्ट्र (UN) में खोल दी है. भारत ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि इस हमले के पीछे कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) और इसका सरपरस्त लश्कर-ए-तैयबा है.

    UN की आतंकवाद रोधी समिति के सामने भारत ने पेश किए ठोस सबूत

    गुरुवार को भारत ने संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी कार्यालय (UNOCT) और काउंटर टेररिज्म कमेटी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टोरेट (CTED) को साक्ष्यों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी. भारत ने यह भी मांग की कि TRF को एक ग्लोबली बैन किया गया आतंकी संगठन घोषित किया जाए. भारत की ओर से यह पहल UNSC की 1267 प्रतिबंध समिति के तहत की गई है, जो कि आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने के लिए ज़िम्मेदार होती है.

    पाकिस्तान का चेहरा फिर बेनकाब

    22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया था, जब आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 निर्दोष पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया था. शुरुआत में TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन जब अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा, तो यह संगठन पलट गया.

    भारत का दावा है कि TRF ने पाकिस्तानी हैंडलर्स के दबाव में आकर हमले की जिम्मेदारी से मुकरने की कोशिश की. लेकिन भारत के पास वो पुख्ता सबूत हैं जो TRF और लश्कर-ए-तैयबा के सीमा पार कनेक्शन को प्रमाणित करते हैं.

    तीसरी बार UN की दहलीज़ पर TRF – अब बैन तय?

    भारत ने इससे पहले भी मई और नवंबर 2024 में TRF को बैन करवाने की मांग की थी, और यह तीसरी बार है जब भारत ने इस आतंकी संगठन को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर दस्तक दी है. इस बार फर्क यह है कि भारत के पास अब सिर्फ आरोप नहीं, बल्कि पहलगाम हमले से जुड़ा प्रत्यक्ष प्रमाण है. यही नहीं, ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत पहले ही आतंकी ठिकानों को निशाना बना चुका है.

    भारत का संदेश साफ – अब सिर्फ जवाब नहीं, हिसाब होगा

    भारत की रणनीति अब सिर्फ सीमित जवाब तक नहीं रह गई है. भारत अब हर मंच पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब कर रहा है – चाहे वो सैन्य ऑपरेशन हो या कूटनीतिक दबाव. TRF को अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन घोषित करवाना सिर्फ एक कदम नहीं, बल्कि एक वैश्विक चेतावनी है कि अब भारत चुप नहीं बैठेगा.

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