परमाणु बम से धू-धू जलेगा यूक्रेन, 30 लाख तोप के गोले तैयार... ट्रंप-पुतिन के प्लान से जेलेंस्की की उड़ी नींद!

    रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. एक ओर जहां यूक्रेन लगातार रूस के सामरिक ठिकानों पर हमला कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि रूस के पास इस युद्ध को ‘तार्किक अंत’ तक पहुंचाने की पूरी ताकत है.

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    रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. एक ओर जहां यूक्रेन लगातार रूस के सामरिक ठिकानों पर हमला कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि रूस के पास इस युद्ध को ‘तार्किक अंत’ तक पहुंचाने की पूरी ताकत है, हालांकि उन्हें उम्मीद है कि परमाणु हथियारों की जरूरत नहीं पड़ेगी.

    पुतिन की चेतावनी: “परमाणु हथियार नहीं, लेकिन ताकत पूरी है”

    रविवार को रूसी टेलीविजन पर प्रसारित एक डॉक्यूमेंट्री में पुतिन ने स्पष्ट किया कि पश्चिमी देशों के उकसावे के बावजूद रूस ने अब तक जिम्मेदार रुख अपनाया है. उन्होंने यह भी कहा कि रूस की सैन्य ताकत इतनी है कि वह इस संघर्ष को अपनी शर्तों पर अंजाम तक पहुंचा सकता है, लेकिन परमाणु विकल्प को आखिरी हथियार के रूप में ही देखा जाएगा.

    यूक्रेन का पलटवार: रूस के कारखाने पर हमला, नई डील की घोषणा

    यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के ब्रायन्स्क क्षेत्र में स्थित एक सैन्य कारखाने को निशाना बनाया. यह कारखाना रूस की रक्षा तैयारियों में अहम भूमिका निभा रहा था. यूक्रेन का दावा है कि इस पर ग्रैड रॉकेट सिस्टम से हमला किया गया, जिससे भारी नुकसान हुआ. वहीं, यूक्रेन की वायुसेना ने मॉस्को की ओर बढ़ रहे चार ड्रोन को भी रास्ते में ही नष्ट कर दिया. इसके अलावा, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने चेक गणराज्य के साथ एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते की घोषणा की. इस समझौते के तहत 2025 तक यूक्रेन को 30 लाख तोपों के गोले मिलेंगे, जिनमें से 18 लाख NATO समर्थित पहल के तहत दिए जाएंगे.

    अमेरिकी चिंता: ट्रंप की तीसरे विश्वयुद्ध की चेतावनी

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को “खूनी स्नान” बताते हुए गहरी चिंता जताई है. उन्होंने आशंका जताई है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो यह संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध में तब्दील हो सकता है. ट्रंप की यह टिप्पणी वैश्विक अस्थिरता की ओर संकेत करती है.

    रूस की छुपी रणनीति: हाइब्रिड वॉर और यूरोप में अराजकता

    युद्ध सिर्फ बॉर्डर तक सीमित नहीं है. 'द गार्जियन' की रिपोर्ट के अनुसार, रूस अब डिजिटल और मनोवैज्ञानिक युद्ध की ओर भी बढ़ चुका है. खबरों के मुताबिक, मॉस्को द्वारा ‘डिस्पोजेबल लोगों’ को ऑनलाइन भर्ती कर यूरोपीय देशों में जानबूझकर दंगे, आगजनी और भ्रम फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इन गतिविधियों का मकसद है—यूरोप में डर और अस्थिरता का माहौल तैयार करना.

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