Ukraine New Prime Minister: यूक्रेन में चल रहे भीषण युद्ध के बीच, एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश ने अपनी पहली महिला प्रधानमंत्री का चुनाव किया है. बुधवार को यूक्रेन की संसद, वेरखोवना राडा में, यूलिया स्विरीदेंको को प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया. उनके पक्ष में 262 सांसदों ने मतदान किया, जबकि 22 ने विरोध किया और 26 सांसदों ने मतदान से परहेज किया. इस प्रकार, यूलिया को बहुमत से यूक्रेन का नया प्रधानमंत्री चुना गया. इस समय जब यूक्रेन रूस के साथ युद्ध लड़ रहा है, इस निर्णय को एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है. राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने स्विरीदेंको का पूरा समर्थन किया और उन्हें संकट के इस दौर में देश की दिशा सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए सक्षम बताया.
यूलिया स्विरीदेंको का अब तक का सफर
यूलिया स्विरीदेंको, जो पहले देश की प्रथम उप प्रधानमंत्री और अर्थव्यवस्था मंत्री के रूप में कार्यरत थीं, अब देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनेंगी. उनका चुनाव एक ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन के सामने आंतरिक स्थिरता बनाए रखने और युद्ध के बाद के आर्थिक पुनर्निर्माण की चुनौती है. स्विरीदेंको ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा, "यह यूक्रेन के लिए बेहद संवेदनशील समय है. मेरी प्राथमिकता युद्धकालीन अर्थव्यवस्था को स्थिर करना, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना और पुनर्निर्माण प्रयासों को तेज़ी से आगे बढ़ाना है."
⚡BREAKING! Yulia Svyrydenko is the new Prime Minister of Ukraine
— NEXTA (@nexta_tv) July 17, 2025
262 deputies voted in favor of her candidacy in the Verkhovna Rada. 22 voted against, 26 abstained, and another 22 did not vote. pic.twitter.com/GP2nQMd1JE
राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की का समर्थन
स्विरीदेंको की उम्मीदवारी को राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की का पूरा समर्थन प्राप्त था. राष्ट्रपति कार्यालय ने मतदान से पहले एक बयान जारी करते हुए कहा था कि स्विरीदेंको के पास प्रशासनिक अनुभव और संकट प्रबंधन की क्षमता है, जो उन्हें इस कठिन समय में देश की नेतृत्व की जिम्मेदारी उठाने के लिए सक्षम बनाता है. ज़ेलेन्स्की ने स्विरीदेंको को अपने विश्वास का प्रतीक मानते हुए कहा कि वह यूक्रेन के लिए एक मजबूत और स्थिर भविष्य सुनिश्चित कर सकती हैं. इस दौरान, उनके नेतृत्व में यूक्रेन न केवल युद्ध से उबरने की कोशिश करेगा, बल्कि यूरोपीय संघ और नाटो में यूक्रेन की सदस्यता की दिशा में भी तेजी से कदम उठाएगा.
स्विरीदेंको की प्राथमिकताएं और आगामी चुनौतियां
स्विरीदेंको ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले संबोधन में देश की भविष्यवाणी करते हुए कहा, “यूक्रेन को युद्ध के बाद की स्थिति से उबारने के लिए गंभीर और व्यापक सुधारों की आवश्यकता है. हमारी सरकार की कोशिश होगी कि हम यूरोपीय संघ और नाटो में यूक्रेन की सदस्यता की दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाएं और साथ ही युद्धकालीन अर्थव्यवस्था को मजबूत करें."
उनकी प्राथमिकता यूक्रेन की आर्थिक स्थिति को स्थिर करना और पुनर्निर्माण को गति देना है, ताकि युद्ध से प्रभावित क्षेत्र को फिर से उठाया जा सके. स्विरीदेंको का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग यूक्रेन के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, और वह इसे अपनी सरकार के कार्यकाल में सशक्त करने का प्रयास करेंगी.
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