यूक्रेन ने रूस के खिलाफ समुद्री मोर्चे पर एक ऐसा हमला किया है, जिसे आधुनिक युद्ध के इतिहास में बेहद अहम माना जा रहा है. यूक्रेन ने पहली बार अंडरवॉटर ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए रूसी नौसेना की एक किलो-क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक अटैक पनडुब्बी को निष्क्रिय कर दिया है. यह हमला रूस के काला सागर क्षेत्र में स्थित एक अहम नौसैनिक अड्डे पर किया गया.
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, यह ऑपरेशन रूस के दक्षिणी तट पर स्थित नोवोरोस्सिय्स्क बंदरगाह में अंजाम दिया गया, जहां रूस ने अपने कई युद्धपोतों और पनडुब्बियों को यूक्रेनी हमलों से बचाने के लिए तैनात किया था.
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने किया खुलासा
यूक्रेन की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी SBU (Security Service of Ukraine) ने पुष्टि की कि इस हमले में उनके विशेष अंडरवॉटर ड्रोन, जिन्हें “सी बेबी (Sea Baby)” कहा जाता है, का इस्तेमाल किया गया. SBU ने हमले से जुड़ा वीडियो फुटेज भी सार्वजनिक किया है, जिसमें समुद्र के किनारे एक जोरदार विस्फोट होता दिखाई देता है और पास में रूसी नौसैनिक जहाज मौजूद नजर आते हैं.
Footage has been released by the Security Service of Ukraine (SBU) showing a first-of-its-kind underwater drone attack against the Russian port of Novorossiysk on the Black Sea using “Sea Baby” Unmanned Surface Vehicles, with at least one striking and causing significant damage… pic.twitter.com/OMblxDCWUc
— OSINTdefender (@sentdefender) December 15, 2025
हालांकि, रूस की ओर से इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
वीडियो फुटेज की लोकेशन की पुष्टि
जारी किए गए वीडियो में एक पनडुब्बी और अन्य जहाजों के नजदीक पानी में शक्तिशाली धमाका देखा जा सकता है. अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बंदरगाह के ढांचे और तटीय विशेषताओं के आधार पर इस फुटेज की लोकेशन की पुष्टि नोवोरोस्सिय्स्क बंदरगाह के रूप में की है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार अलेक्जेंडर कामिशिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि यह पहली बार है जब किसी अंडरवॉटर ड्रोन ने सीधे तौर पर किसी सैन्य पनडुब्बी को निष्क्रिय किया है. उन्होंने इसे आधुनिक नौसैनिक युद्ध का “ऐतिहासिक क्षण” बताया.
बिना बड़े बेड़े के भी समुद्र में असरदार रणनीति
गौर करने वाली बात यह है कि यूक्रेन के पास फिलहाल लगभग कोई पारंपरिक नौसैनिक बेड़ा नहीं बचा है. इसके बावजूद, उसने समुद्री ड्रोन, अंडरवॉटर सिस्टम और लंबी दूरी की मिसाइलों के जरिए रूसी काला सागर बेड़े को लगातार नुकसान पहुंचाया है.
इन्हीं हमलों के चलते रूस को पहले ही अपने कई जहाजों और पनडुब्बियों को क्रीमिया के सेवस्तोपोल बंदरगाह से हटाकर नोवोरोस्सिय्स्क जैसे अपेक्षाकृत सुरक्षित ठिकानों पर तैनात करना पड़ा था.
यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक, जिस पनडुब्बी को निशाना बनाया गया, वह उन्हीं जहाजों में शामिल थी जिन्हें क्रीमिया से हटाकर दक्षिणी रूस भेजा गया था.
क्यों है यह हमला रूस के लिए बड़ा झटका?
यूक्रेन द्वारा निष्क्रिय की गई रूसी पनडुब्बी कैलिबर-टाइप क्रूज मिसाइलों से लैस थी. यह पनडुब्बी कम से कम चार कैलिबर मिसाइलें ले जाने में सक्षम मानी जाती है. रूस ने इन मिसाइलों का इस्तेमाल यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे, बिजली संयंत्रों और अन्य रणनीतिक ठिकानों पर बड़े हमलों में किया है.
पिछले महीनों में कैलिबर मिसाइलों से किए गए हमलों ने यूक्रेन के पावर ग्रिड को भारी नुकसान पहुंचाया था. ऐसे में इस पनडुब्बी का निष्क्रिय होना रूस की हमलावर क्षमता पर सीधा असर डाल सकता है.
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