Raja Murder Case: राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ी हलचल पैदा करने वाली खबर सामने आई है. बुधवार को सिवनी की कोर्ट ने इस मामले के दो सह-आरोपियों, लोकेंद्र सिंह तोमर और बलबीर अहिरवार को जमानत दे दी. इस फैसले ने मामले के कई पहलुओं को और भी जटिल बना दिया है, क्योंकि यह निर्णय हत्या में इन दोनों की प्रत्यक्ष संलिप्तता को नकारते हुए आया है.
सह-आरोपियों को मिली जमानत
लोकेंद्र सिंह तोमर, जो कि फ्लैट का मालिक है, और बलबीर अहिरवार, जो कि इस बिल्डिंग का सुरक्षा गार्ड था, दोनों की जमानत को कोर्ट ने स्वीकार किया. अदालत ने यह फैसला तब लिया जब पाया कि इन दोनों का हत्या में कोई प्रत्यक्ष योगदान नहीं था और उन्होंने केवल सोनम को शरण दी थी. दोनों आरोपियों की जमानत सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई थी, और न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
हत्या में संलिप्तता नहीं मिली
कोर्ट के सरकारी वकील ने इस केस के बारे में जानकारी दी कि दोनों सह-आरोपियों पर जो धाराएं लगाई गईं, वे जमानती थीं. साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि हत्या में इन दोनों का कोई प्रत्यक्ष हाथ नहीं था. हत्या के बाद, सोनम इंदौर लौट आई थी और यहां उसने लोकेंद्र के फ्लैट में शरण ली थी. वहीं, सुरक्षा गार्ड बलबीर को घटना की पूरी जानकारी थी, लेकिन उनकी भूमिका केवल शरण देने तक सीमित रही.
सोनम का परिवार और राजा का परिवार
राजा रघुवंशी के परिवार ने सोनम के परिवार से करीब 16 लाख रुपये के गहने वापस प्राप्त किए हैं, जो शादी में उन्हें उपहार के रूप में दिए गए थे. इन गहनों में अंगूठी, चूड़ियां और सोने का हार शामिल था. सोनम ने हनीमून पर जाने से पहले ये गहने अपने मायके में रखे थे, जबकि मंगलसूत्र और अंगूठी पुलिस के पास हैं.
गोविंद का बयान
सोनम के भाई गोविंद ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अपनी बहन से एक बार मुलाकात करना चाहता है. वह अपनी बहन को निर्दोष मानते हैं तो उसके लिए वकील हायर करेंगे, लेकिन अगर वह दोषी पाई जाती है, तो उसे सजा दिलवाने के लिए वह भी पूरी तरह से सहमत होंगे.
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