गाजा पट्टी में लंबे समय से चल रहे संघर्ष के बीच एक नया मोड़ सामने आया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया शांति प्रस्ताव और गाजा से इज़रायली सेना की वापसी का नक्शा जारी किया है, जिससे इस जटिल हालात में शांति की एक नई उम्मीद जगी है. ट्रंप के इस प्रस्ताव पर इज़रायल सरकार ने सहमति जता दी है, लेकिन अब पूरा मामला हमास की प्रतिक्रिया पर टिक गया है. अगर हमास प्रस्ताव मान लेता है, तो जल्द ही संघर्षविराम और बंधकों की अदला-बदली की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "ट्रुथ सोशल" पर इस प्रस्ताव की जानकारी साझा करते हुए हमास को कड़ी चेतावनी दी. उन्होंने कहा, "अगर हमास जल्दी समझौते पर नहीं पहुंचा, तो सब खत्म हो जाएगा. चलो, इसे फटाफट निपटाते हैं."
ट्रंप ने बताया कि इज़रायल ने कुछ इलाकों से सेना पीछे हटाने पर सहमति जताई है और यह एक सकारात्मक पहल है. उन्होंने साथ ही एक नया नक्शा भी साझा किया है, जिसमें दिखाया गया है कि किस तरह इज़रायली सेना गाजा के विभिन्न हिस्सों से चरणबद्ध तरीके से हटेगी.
नक्शे में क्या है खास?
ट्रंप द्वारा जारी नक्शे के अनुसार:
After negotiations, Israel has agreed to the initial withdrawal line, which we have shown to, and shared with, Hamas. When Hamas confirms, the Ceasefire will be IMMEDIATELY effective, the Hostages and Prisoner Exchange will begin, and we will create the conditions for the next… pic.twitter.com/0VfaMSOqQ1
— Trump Truth Social Posts On X (@TrumpTruthOnX) October 4, 2025
यह नक्शा पिछले किसी भी प्रस्ताव की तुलना में कहीं अधिक गहराई तक सैन्य नियंत्रण दिखाता है, जिसे हमास पहले खारिज कर चुका था. ट्रंप का दावा है कि अब इज़रायल ने 'वापसी की शुरुआती रेखा' पर सहमति दे दी है और यह नक्शा हमास को भी दिखा दिया गया है.
20 सूत्रीय शांति योजना: क्या होगा इसमें?
इस अमेरिकी योजना के तहत:
इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का रुख
इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि वे आने वाले दिनों में बंधकों की रिहाई की घोषणा कर सकते हैं. उन्होंने कहा, "हमास को निहत्था किया जाएगा और गाजा को हथियारमुक्त किया जाएगा. चाहे यह आसान हो या मुश्किल, लेकिन यह होगा जरूर."
उनके इस बयान से साफ है कि इज़रायल किसी भी हालत में गाजा में हथियारबंद संगठनों को सक्रिय नहीं रहने देना चाहता, भले ही इसके लिए उसे सैन्य कार्रवाई का सहारा क्यों न लेना पड़े.
हमास की प्रतिक्रिया और चिंता
हालांकि हमास ने इस अमेरिकी प्रस्ताव के तहत बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है, लेकिन अभी तक उसने हथियार डालने या डिमिलिट्राइजेशन पर कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है.
हमास ने यह आरोप भी लगाया है कि इज़रायल अब भी गाजा पर हवाई हमले कर रहा है और इसे 'नरसंहार' बताया है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह इज़रायल पर दबाव बनाए ताकि नागरिकों की जान बचाई जा सके.
इज़रायली सेना की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वह बंधकों की रिहाई के पहले चरण की तैयारी तेज कर चुकी है और इस प्रक्रिया में उसके लिए सबसे अहम है सैनिकों की सुरक्षा. यह भी संकेत दिए गए हैं कि जैसे ही हमास औपचारिक सहमति देगा, संघर्षविराम लागू कर दिया जाएगा.
गाजा की हालत और जनता की उम्मीद
इस लंबे युद्ध ने गाजा को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है. ताजा हवाई हमलों में कम से कम 66 लोगों की जान गई है.
अब तक की आधिकारिक गिनती के अनुसार:
67,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
90% से अधिक इमारतें पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं.
बिजली, पानी और दवाओं जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं बची हैं.
गाजा के नागरिक इस शांति प्रस्ताव को एक ऐतिहासिक अवसर मान रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह हमास के लिए एक जाल साबित हो सकता है.
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