वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए उसने जल्दी और निर्णायक कदम नहीं उठाए, तो अमेरिका की ओर से कड़े आर्थिक प्रतिबंध और टैरिफ लगाए जाएंगे. ट्रंप ने कहा कि अगर रूस ने 10 से 12 दिनों के भीतर सकारात्मक पहल नहीं की, तो मॉस्को को गंभीर आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ेगा.
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह रूस को कई बार अवसर दे चुके हैं, लेकिन क्रेमलिन से उन्हें कोई रचनात्मक या सकारात्मक जवाब नहीं मिला. इससे पहले उन्होंने 50 दिनों की डेडलाइन तय की थी, लेकिन अब उन्होंने इसे घटाकर 10 दिन कर दिया है. ट्रंप ने दो टूक कहा, "अगर आपको पहले से ही पता है कि सामने वाला कुछ नहीं करेगा, तो इंतजार का कोई मतलब नहीं रह जाता."
बातचीत की संभावना खत्म?
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि वह अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से आगे किसी तरह की बातचीत के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यदि मॉस्को अमेरिकी शर्तों का पालन नहीं करता, तो वार्ता का रास्ता बंद समझा जाए और सीधे प्रतिबंध लागू किए जाएंगे. ट्रंप के अनुसार, अब वक्त फैसले लेने का है, न कि प्रतीक्षा करने का.
यूक्रेन ने सराहा ट्रंप का कड़ा रुख
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने ट्रंप के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि ट्रंप का साफ और मजबूती भरा रुख युद्ध को रोकने और आम नागरिकों की जान बचाने में मददगार हो सकता है. जेलेंस्की ने कहा, "मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इस संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में ठोस संकेत दिए हैं."
रूस ने फिर दिखाया अड़ियल रुख
वहीं, रूस ने यूक्रेन के साथ वार्ता को लेकर फिर से सख्ती दिखाई है. कीव द्वारा अगस्त से पहले एक उच्चस्तरीय बैठक का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे मॉस्को ने नकार दिया. रूस का कहना है कि जब तक कोई व्यापक शांति समझौता तैयार नहीं होता, तब तक ऐसी बैठकों का कोई मतलब नहीं है. इसके अलावा रूस ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि अगर वे वास्तव में शांति चाहते हैं, तो उन्हें यूक्रेन को हथियार देना बंद करना होगा.
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